विचारों में मतभेद से फूट; चिंता मत करो, सत्ता फिर आएगी !

"राष्ट्रवादी" के 26वें स्थापना दिवस पर शरद पवार ने समर्थकों को दिलाया विश्वास

    11-Jun-2025
Total Views |
b fbvfv
शिवाजीनगर, 10 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

मूलभूत विचारों में अंतर के कारण फूट पड़ी है, लेकिन चिंता करने की जशरत नहीं है. विचारधारा के साथ बने रहो, जनता के प्रति प्रतिबद्धता रखो, सत्ता खुद-ब-खुद वापस आएगी, इन शब्दों में राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) के अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी के स्थापना दिवस पर उपस्थित समर्थकों को वेिशास दिलाया. उन्होंने पार्टी छोड़ चुके किसी भी नेता का नाम लिए बिना ही अपनी बात रखी. अपने आधे घंटे के भाषण में पवार ने पार्टी छोड़ने वाले किसी भी नेता का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा, पार्टी की स्थापना को 26 साल हो गए हैं. जनता ने हमें काम करने का अवसर दिया. हमने दिखाया कि आम लोगों में से भी शासक तैयार किए जा सकते ह्‌ैं‍. आर. आर. आबा और अन्य कई नेताओं ने राज्य के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक जीवन पर प्रभाव डालने वाले अच्छे निर्णय लिए. इससे पार्टी को प्रतिष्ठा मिली और हम आगे बढ़े. शरद पवार ने कहा ‌‘फूट पड़ी है लेकिन मैं चिंतित नहीं हू्‌ं‍. अगर हम एकजुट रहे और जनता के कार्य से जुड़ाव बनाए रखा, तो सत्ता अपने- आप लौट आएगी. राज्य और देश की स्थिति चिंताजनक है. ऐसे समय में सभी को साथ लेकर काम करना हमारी जिम्मेदारी है. हम योग्य और कार्यक्षम चेहरों को मौका देंगे. इससे एक नई नेतृत्व की पंक्ति तैयार होगी और सत्ता फिर से प्राप्त होगी.' बालगंधर्व रंगमंदिर में आयोजित पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शरद पवार के साथ कार्याध्यक्ष सुप्रिया सुले, प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल, पूर्व राज्यपाल श्रीनिवास पाटिल, शहराध्यक्ष प्रशांत जगताप, सांसद डॉ. अमोल कोल्हे, नीलेश लंके, पूर्व मंत्री विजयसिंह मोहिते पाटील, अनिल देशमुख, जीतेंद्र आव्हाड, हर्षवर्धन पाटिल के साथ सभी सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री तथा शहर के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों में 50 प्रतिशत टिकटें महिलाओं को दी जाएंगी. यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है. इस दौरान शरद पवार ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर में दो महिलाओं ने जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाई. जैसे ही बेटियों को सेना में अवसर मिला, उन्होंने अपनी क्षमता सिद्ध की. राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भी महिला सशक्तिकरण के लिए निरंतर अच्छे कार्य किए हैं. आगामी चुनावों में हम महिलाओं को 50% टिकट देने का निर्णय ले चुके हैं. जब भी महिलाओं को अवसर मिला है, उन्होंने अपना कौशल और नेतृत्व बार-बार सिद्ध किया है. सभी कार्यकर्ता पूरी ताकत से आगामी चुनाव की तैयारी में जुट जाएं. इस वक्त शरद पवार ने कहा कि, एक समय था जब भारत को पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में सभी को साथ लेकर चलने वाले देश के रूप में पहचाना जाता था. लेकिन आज भारत के पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश से संबंध अच्छे नहीं हैं. बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए भारत ने बड़ा बलिदान दिया, लेकिन आज वही बांग्लादेश हमारे साथ नहीं खड़ा है. देश के नेतृत्वकर्ताओं ने संवाद की स्थिति जानबूझकर नहीं बनाई है, जिसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, चाहे राष्ट्रवादी कांग्रेस हो, कांग्रेस, वामपंथी दल या अन्य कोई भी दल सभी को मिलकर दिल्ली में संवाद की स्थिति बनानी चाहिए. कौन आया और कौन गया, इससे फर्क नहीं पड़ता. अगर हम एकजुट रहें तो सत्ता में आ सकते हैं, ऐसा अनुभव है. हमारी लड़ाई ‌‘तुकाराम बनाम नथूराम' जैसी है. हम तुकाराम हैं, इसलिए हमारी जीत तय है, ऐसे तीखे और प्रेरणादायक शब्दों में राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं में जोश भरा. जयंत पाटिल ने कहा, पार्टी की स्थापना को 26 वर्ष हो चुके हैं. इन 26 वर्षों में पार्टी ने सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं, देशभर में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. हमारे साथ शरद पवार जैसा एक विशाल वटवृक्ष है.  
 
समाज के सभी वर्ग को न्याय दिलाने वाली पार्टी : प्रशांत जगताप
शहराध्यक्ष प्रशांत जगताप ने अपने प्रास्तावित भाषण में कहा कि प्रगतीशील महाराष्ट्र के निर्माण में शरद पवार की अहम भूमिका है. शरद पवार के विभिन्न निर्णयों के कारण महाराष्ट्र समृद्ध हुआ है. समाज के हर वर्ग को साथ लेकर जाने से सभी को न्याय दे सकते हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के निर्माण के बाद कई कार्यकर्ताओं को बड़ा किया है. अब तक कई संकट आए, लेकिन किसी भी संकट से उन्होंने हार नहीं मानी. संकटों से सामना करने की ताकत शरद पवार से मिलती है. लोगों की अपेक्षाओं पर केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी खरी उतरी है, इसलिए लोगों को यह अपनी पार्टी लगती है.  
 
 प्रदेशाध्यक्षपद की जिरमेदारी से मुक्त करें : जयंत पाटिल

पार्टी के 26वें स्थापना दिवस के अवसर पर बड़ा बयान देते हुए प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने पद से मुक्त करने की विनती की है. उन्होंने कहा कि शरद पवार साहेब ने मुझे बहुत मौके दिए ह्‌ैं‍. सात वर्षों का कार्यकाल मुझे मिला है. आखिरकार, अब पार्टी को नए चेहरों को आगे लाना ही चाहिए. मेरी शरद पवार साहेब से बस यही विनती है. यह पार्टी उनकी है, इसलिए निर्णय भी वही लेंगे. हमें अभी और आगे बढ़ना है. अब तक मिले अवसरों के लिए मैं शरद पवार जी का आभार मानता हूं, साथ ही सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का भी धन्यवाद देता हू्‌ं‍. उन्होंने कहा कि एक समय था जब भारतीय जनता पार्टी के देश में सिर्फ दो सांसद थे. आज वही पार्टी देश की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है. इसलिए कोई डरने की जरूरत नहीं है. अगर हम सभी पूरी ताकत से मेहनत करें, तो इस राज्य में एक बार फिर लड़ाई जीत सकते ह्‌ैं‍. अभी हार की बातें मत करो, रण में लड़ने वाले अभी बाकी हैं. इस पर शरद पवार ने कहा कि जयंत पाटिल ने पिछले आठ-दस वर्षों में पार्टी के लिए बेहद ईमानदारी से काम किया है.
 
राज्यव्यापी दौरा किया जाएगा : सुप्रिया सुले

सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद पवार केवल एक पिता ही नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी और निर्णायक राजनेता भी ह्‌ैं‍. उनके पास भविष्य की परिस्थितियों को भांपने की क्षमता है, और वही प्रेरणा पार्टी को आगे ले जा रही है. उन्होंने कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण शिविर शुरू करने की आवश्यकता जताई जो वाड़ी, बस्ती, गांव और तालुका स्तर पर आयोजित किए जाने चाहिए. सुले ने कहा, वैशाली हगवणे जैसी घटनाएं, जहां दहेज के कारण जान जाती है, वो आज भी चौंकाने वाली हैं. तो फिर हम दहेज विरोधी आंदोलन क्यों नहीं शुरू करते? उन्होंने घोषणा की कि वे अगले महीने से राज्यव्यापी दौरा शुरू करेंगी.