घरेलू सहायिका ने IIT प्राेफेसर से की कराेड़ाें की ठगी

    13-Jun-2025
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IIT 
 
मुंबई में एक चाैंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक घरेलू सहायिका ने 82 वर्षीय सेवानिवृत्त आईआईटी बाॅम्बे प्राेफेसर का विश्वास जीतकर 1.12 कराेड़ रुपये की नकदी और आभूषण कथित ताैर पर चुरा लिए. यही नहीं, उसने प्राेफेसर के चार फ्लैटाें में से एक तिहाई हिस्सा भी हड़प लिया जिसकी कीमत करीब 6 कराेड़ थी और उन्हें विक्राेली के एक वृद्धाश्रम में छाेड़ दिया.पवई पुलिस ने आराेपी घरेलू सहायिका निकिता विजय नाइक के खिलाफ मामला दर्ज किया है. प्राेफेसर ए. मनमाेहन, जाे अकेले रहते थे, ने उम्र संबंधी समस्याओं के कारण अपनी घरेलू सहायिका नाइक पर पूरा भराेसा कर लिया था. नाइक उनके दैनिक कार्याें, वित्तीय लेन-देन, और बैंक से जुड़े सभी काम देखती थी, जिसके पास प्राेफेसर के एटीएम पिन और नेट बैंकिंग विवरण भी थे.
 
पुलिस के अनुसार, नाइक ने प्राेफेसर की घटती दृष्टि का फायदा उठाया. उसने उन्हें इस साल फरवरी में एक वृद्धाश्रम में भर्ती करा दिया और अप्रैल में उन्हें धाेखे से दस्तावेजाें पर हस्ताक्षर करवाकर लगभग 6 कराेड़ रुपये मूल्य के उनके चार फ्लैटाें में से एक तिहाई हिस्सा अपने नाम पर स्थानांतरित करलिया. इसके बाद, उसने प्राेफेसर के बैंक खाते और लाॅकर से सभी नकदी और आभूषण भी निकाल लिए.इस धाेखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब प्राेफेसर की हाउसिंग साेसाइटी काे नाइक से शेयर सर्टिफिकेट ट्रांसफर करने का अनुराेध मिला. साेसाइटी ने तुरंत पुणे में रहने वाले प्राेफेसर के बेटे काे सूचित किया. बेटे ने मुंबई आकर अपने पिता काे वृद्धाश्रम में पाया और नाइक की धाेखाधड़ी का पता चलने पर पवई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने रविवार काे प्राेफेसर का बयान दर्ज कर नाइक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.