दो अश्वराज द्वारा ‘श्रीमंत दगडूशेठ गणपति' को वंदन
गणेश मंदिर के सभा भवन में सीधा प्रवेश, ज्ञानेश्वर माउली, मंडल के ट्रस्टियों व कार्यकर्ताओं द्वारा पूजा-अर्चना
19-Jun-2025
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बुधवार पेठ, 18 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) संत श्रेष्ठ ज्ञानेेशर माउली की पालकी समारोह के अेशराजों ने श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति को अनूठे तरीके से वंदन किया. यह अेश सीधे मंदिर के सभा भवन में प्रवेश करते हुए श्री गणेश के सामने नतमस्तक हुए. इस समय, ‘ज्ञानोबा माउली तुकाराम... माउली माउली और गणपति बप्पा मोरया' के जयकारे लगे इन घोड़ों के दर्शन के लिए मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी थी. शितोले सरकार के ये दो घोड़े बेलगाम के अंकली से पुणे पहुंचे. इस अवसर पर श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट और सुवर्णयुग तरूण मण्डल की ओर से मंदिर में घोड़ों की पूजा की गई. इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने, कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी, श्रीमंत उर्जितसिंह शितोले (सरकार), श्रीमंत महादजी राजे शितोले (सरकार), युवराज विहानराजे शितोले (सरकार), श्रीमंत मोहिनी राजे शितोले (सरकार) एवं बड़ी संख्या में पुणेवासी उपस्थित थे. शितोले सरकार ने बताया, हर साल ये घोड़े पंढरपुर तक लगभग 300 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं. कुछ वर्ष पहले इसी यात्रा के दौरान मंदिर के बाहर से ही गणपति के दर्शन करते थे. माऊली के घोड़े और गणपति का ये अनोखा मिलन है. ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने ने बताया कि पिछले कुछ सालों से ये घोड़े मंदिर के सभा मंडप में आकर गणपति बाप्पा को अभिवादन करते आ रहे हैं. आषाढ़ी वारी विट्ठल भक्तों की वारी है. इसलिए जो लोग इस वारी में नहीं आ सकते, वे इन घोड़ों का दर्शन करने आते हैं.