बुधवार पेठ, 18 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) संतश्रेष्ठ ज्ञानेेशर महाराज की पालकी यात्रा में सहभागी होनेवाले सम्मान के दो अेशों ने हिंदुस्तान के पहले सार्वजनिक गणपति श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति के दर्शन लिए. इस अवसर पर भक्त तथा मान्यवरों की उपस्थिति में आरती की गई. अंकली (कर्नाटक) स्थित श्रीमंत शितोले सरकार के अेश हर साल अंकली से पैदल आकर संतश्रेष्ठ ज्ञानेेशर महाराज की पालकी यात्रा में सहभागी होते हैं. संतश्रेष्ठ ज्ञानेेशर महाराज की पालकी में इन दो अेशों को सम्मान का स्थान होता है. 19 जून को ज्ञानेेशर माऊली पालकी यात्रा का पंढरपुर की ओर प्रस्थान होगा. इस यात्रा में दोनों अेश पंढरपुर तक पालकी के साथ रहेंगे. गौरतलब है कि पालकी का प्रस्थान होने के पश्चात संतश्रेष्ठ ज्ञानेेशर महाराज के रथ के सामने जो अश्व होता है वह माऊली का अश्व होता है. दूसरा अश्व सवारी का अश्व होता है. अंकली स्थित शितोले सरकार इन सम्मान के अश्वों की परंपरा चला रहे है. मंदिर में श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट द्वारा श्रीमंत उर्जितसिंह राजे शितोले सरकार, श्रीमंत महादजीराजे शितोले सरकार को सम्मानित किया गया. इस समय ट्रस्ट के अध्यक्ष संजीव जावले समेत न्यासी, भक्त तथा कार्यकर्ता उपस्थित थे.