गरीब लोगों की खुशी का ग्राफ बढ़ाया जाना चाहिए

श्री सरस्वती कराड अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने कहा

    24-Jun-2025
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कोथरूड, 23 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

देश में आम और गरीब लोगों की खुशी का ग्राफ बढ़ाना बहुत जरूरी है. सेवा सर्वोच्च गुण है और इसे समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जाना चाहिए. सेवा और संस्कार से ही गरीब लोगों की सेवा होनी चाहिए. केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि इस देश में सबसे बड़ी समस्या विचारों में मतभेद नहीं बल्कि विचारों का खोखलापन है. वे श्री सरस्वती कराड अस्पताल (एसएसकेएच) के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. ‌‘रोगी सेवा ही ईेशर है' इस उक्ति का अनुसरण करते हुए कोथरूड में यह अस्पताल मायर्स एमआईटी शिक्षा संस्थान के संस्थापक प्रो. डॉ. वेिशनाथ दा. कराड की माता स्वर्गीय श्रीमती सरस्वती कराड की स्मृति में बनाया गया है. उद्घाटन कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, जल संसाधन एवं आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन, राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी और वेिश विख्यात कंप्यूटर वैज्ञानिक डॉ. विजय भटकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता मायर्स एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. वेिशनाथ दा. कराड ने की. साथ ही मायर्स एमआईटी के संस्थापक ट्रस्टी प्रो. पी. बी. जोशी, एमआईटी एजुकेशन इंस्टीट्यूट की सहप्रब ंध ट्रस्टी डॉ. सुचित्रा कराड-नागरे, कार्यकारी निदेशक डॉ. वीरेंद्र घैसास, उषा वेिशनाथ कराड, एमआईटी एडीटी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मंगेश तु. कराड, हभप तुलसीराम कराड और अस्पताल के सीईओ डॉ. तुषार खाचने भी मौजूद थे. चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि मरीज की सेवा सबसे महत्वपूर्ण है. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आबादी के लिहाज से नागपुर को अधिक स्वास्थ्य सेवाएं दी हैं. उस तरह की सेवा अब पुणे को भी मिलनी चाहिए. इससे पुणे शहर का गौरव दूर-दूर तक पहुंचेगा. गिरीश महाजन ने कहा कि मरीजों की देखभाल और स्वास्थ्य सेवा दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 लाख रुपए का बीमा दिया है. सेवा भाव से शुरू किया गया यह अस्पताल सभी गरीब लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेगा. डॉ. वीरेंद्र घैसास, डॉ. सुचित्रा कराड-नागरे ने भी अपने विचार व्यक्त किए. डॉ. वैशाली कोरडे ने कार्यक्रम का संचालन किया. डॉ. तुषार खाचने ने आभार व्यक्त किया.
 
सच्चा धर्म मानवता है

नितिन गड़करी ने कहा कि भविष्य की दृष्टि बहुत महत्वपूर्ण है. इसमें सरकार की भूमिका के साथ-साथ अब समाज को समाज के लिए काम करना चाहिए. सच्चा धर्म मानवता है. मां के नाम पर शुरू किया गया यह अस्पताल परिवार की संस्कृति को दर्शाता है. इससे गरीब और आम लोगों की सेवा होगी.  
 
सेवा, समर्पण और त्याग का आदर्श उदाहरण
डॉ. वेिशनाथ दा. कराड ने कहा, मरीजों की सेवा के पवित्र इरादे से मेरी मां के नाम पर अस्पताल शुरू किया गया है. सेवा, समर्पण और त्याग के सिद्धांतों के आधार पर यह काम पूरा हुआ है.