पुणे, 24 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) कंपनी और ग्राहकों के हितों और विजन 2050 को ध्यान में रखते हुए बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों को अंजाम देकर पुणे परिमंडल में सफलतापूर्वक काम करने में मैं सफल रहा. बेशक, मुझे अपने वरिष्ठों का सहयोग और मेरे सभी इंजीनियरों और बिजली कर्मचारियों का समर्थन मिला, जिसकी वजह से मैं ग्राहकों की सेवा कर सका, यह विचार पुणे परिमंडल के तत्कालीन मुख्य अभियंता और महावितरण के नए निदेशक (मानव संसाधन) राजेंद्र पवार ने व्यक्त किए. शनिवार (21 जून) को भोसरी में महावितरण पुणे परिमंडल द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए वे बोल रहे थे.
मंच पर महावितरण के पुणे क्षेत्रीय निदेशक भुजंग खंडारे, मुख्य अभियंता सुनील काकड़े, पंकज महाराज गावड़े, अधीक्षक अभियंता ज्ञानदेव पडलकर, सिंहाजीराव गायकवाड़, युवराज जरग, अमित कुलकर्णी, विजयानंद काले, संजीव नेहते और अनिल घोगरे उपस्थित थे. राजेंद्र पवार ने कहा, मैंने सौ प्रतिशत बिजली बिल वसूली के साथ-साथ बिजली कनेक्शन बढ़ाने पर जोर दिया. दो साल में 4.5 लाख से अधिक बिजली कनेक्शन दिए गए. इससे राजस्व में वृद्धि हुई. वितरण घाटे में 1 प्रतिशत की कमी आई. 60 मेगावाट की सौर परियोजनाएं पूरी की गईं. भविष्य में पुणे शहर की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए 21 अल्ट्रा-हाई वोल्टेज सबस्टेशन का प्रस्ताव तैयार किया गया. उनमें से 8 को मंजूरी मिल गई है, और अन्य बनेंगे. औद्योगिक ग्राहकों को अच्छी सेवा देने के लिए एक योजना तैयार की गई.
18 स्थानों पर ईवी चार्जिंग स्टेशन शुरू किए गए. मैं यहीं नहीं रुका, मैंने हर बिजली कर्मचारी तक पहुंचने की कोशिश की. मैंने उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित किया. इसी कारण देश को प्रतीक वायकर जैसा प्रतिभावान खिलाड़ी मिला. उनके नेतृत्व में भारत ने पहला खो-खो वेिश कप जीता. मुझे इस पर गर्व है.कंपनी की छवि को बढ़ाने के लिए जो कुछ भी कर सकता था, मैंने किया. ग्राहक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर या कर्मचारियों से ज्यादा उम्मीद नहीं करता. उसके लिए बहुत छोटी-छोटी चीजें करनी पड़ती हैं, मैंने वही किया. इससे ग्राहक और महावितरण तथा मेरे बीच एक मजबूत रिश्ता बन गया.
यह बात भी राजेंद्र पवार ने कहीं. क्षेत्रीय निदेशक भुजंग खंडारे ने कहा, राजेंद्र पवार ने लोगों को पढ़ा और समझा है. उन्होंने अपने अब तक के सफर में अपने मूल्यों से समझौता भी नहीं किया है. यही उनकी खासियत है, वे एक मेहनती और समर्पित व्यक्तित्व हैं. इस अवसर पर राजेंद्र पवार के महावितरण में अब तक के सफर पर बनी फिल्म दिखाई गई. इससे उनके व्यक्तित्व के कई पहलू दर्शकों के सामने आए. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन दीपश्री सरोदे और ऐेशर्या वस्त्रद ने किया. कार्यकारी अभियंता सोमनाथ मुंडे ने आभार व्यक्त किए. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महावितरण के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे.