सनातन संस्कृति गुरु संस्कृति है : सुधांशु जी महाराज
दिव्य सत्संग, गुरु दर्शन, पादुका पूजन एवं महाआरती के साथ दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव सम्पन्न
29-Jun-2025
Total Views |
रहाटणी, 28 जून (आ.प्र.)अंतरराष्ट्रीय धार्मिक एवं आध्यात्मिक संगठन वेिश जागृति मिशन नई दिल्ली के अंतर्गत कार्यरत पुणे मण्डल द्वारा पिंपरी नगर के थोपटे बैंकेट हॉल में दो दिवसीय ‘गुरु पूर्णिमा महोत्सव' का आयोजन किया गया है, जिसका प्रातःकालीन सत्र में दर्शन, पूजन, सत्संग एवं गुरु महाआरती के साथ सम्पन्न हुआ. सत्संग व्यास पर पूज्य महाराजश्रीजी ने आगमन उपरांत मधुर एवं दिव्य उद्बोधनों से सभी के जीवन में मंगल हो और वसंतोत्सव आए ऐसी परमात्मा से प्रार्थना की. देश विदेश में करोड़ों की संख्या में फैले हृदयों के मार्गदर्शक सदगुरुदेव सुधांशुजी महाराज ने कहा कि आत्म अवलोकन और जीवन को नई दिशा तथा खुद के विषय में एकांत होकर चिन्तन करने वाला व्यक्ति ही जीवन की प्रगति में सफल होता है. सभी बाधाओं से मुक्त होकर अपने मूल स्रोत आनन्द और प्रेमपूर्ण को प्राप्त करने की साहस अपने अन्दर ही जागृत करें तभी परेशानियां से मुक्त होने पर ही जीवन का लक्ष्य समझ आएगा.
आनंदमय जीवन के लिए सद्गुरु की शरण में जाना होगा
अपने जीवन को आनन्दपूर्वक व्यतीत करने के लिए स्वयं को आध्यात्मिक होना होगा तथा जीवंत शास्त्र से जुड़कर सद्गुरु की शरण ग्रहण करनी होगी. उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक और भौतिक जगत में उन्नति के लिए अपने जीवन को गुरु से जोड़ें और सन्मार्ग में चलें. कहा गया है कि जब तक कोई भेद लेने वाला नहीं है, तब व्यक्ति भटक जाता है इसलिए प्रत्येक मनुष्य के जीवन को गति देने के लिए सद्गुरु की आवश्यकता होती है. परम पूज्य महाराजश्रीजी ने कहा कि सभी प्राणी के अन्दर ईेशर विराजमान हैं उसे आप खुद की अनुभूति से प्राप्त करें. पूज्य महाराजश्री जी इस देश को गुरुओं और ऋषि मुनियों का देश बताते हुए कहा कि धर्म की स्थापना के लिए भगवान् ने कहा कि मैं हर युग में प्रकट होता हू्ं. जीवन में रूपांतरण के लिए तैयार हों. उन्होंने अपने उद्बोधन में जोर देते हुए कहा कि हमारी सनातन संस्कृति ही गुरुओं की महान संस्कृति है.
गुरु पादुका पूजन कार्यक्रम उत्साहपूर्वक संपन्न मुख्य कार्यक्रम गुरु पादुका पूजन में सर्वश्री जगदीश, प्रदीप, श्रीमती अंजू, संगीता, अनीता एवं मनीषा के हाथों सम्पन्न हुआ तथा गुरु महाआरती में केंद्रीय महामंत्री देवराज कटारिया, मण्डल प्रधान घनश्याम झंवर, महामंत्री विष्णु भगवान अग्रवाल, संगठन सचिव रवींद्रनाथ द्विवेदी एवं उपाध्यक्ष रमेश अग्रवाल ने किया. पुणे मण्डल ने नागरिक अभिनंदन करके पूज्य गुरुदेव को विदाई दी. दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव का मंच संचालन नई दिल्ली से आए आचार्य अनिल झा जी ने किया.