साइ्निलंग का सीधा संबंध सेहत से है. बीएमजे पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित एक अध्ययन के नतीजे यही कहते हैं.लगातार 18 वर्षाें तक चली इस स्टडी के मुताबिक जाे लाेग राेज साइकिल से ऑफिस जाते हैं, उनमें समय से पहले मृत्यु का जाेखिम 47% तक कम हाे जाता है. साथ ही, हृदय राेग का खतरा 24% और कैंसर से मृत्यु का खतरा 51% तक कम हाे जाता है.सुबह-सुबह साइ्निलंग करने वाले लाेग आस-पास के शांत और हरे-भरे माहाैल काे बेहतर ढंग से महसूस कर पाते हैं, इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर हाेता है. यही वजह है कि फिटनेस और प्रकृति प्रेमी लाेग साइ्निलंग काे अपनाने लगे हैं. विभिन्न शाेधाें में पाया गया है कि साइ्निलंग महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है. यह ब्रेस्ट कैंसर के खतरे काे कम करती है.जाेड़ाें से जुड़ी समस्याओं की राेकथाम और अॅर्थराइटिस से बचाव में उपयाेगी है.
मांसपेशियाें की मजबूत करती है, एनर्जी लेवल बढ़ाती है, तनाव दूर करती है.उम्र बढ़ने की गति हाे जाएगी कम अध्ययन बताते हैं कि साइ्निलंग उम्र बढ़ने की प्रक्रिया काे धीमा करती है और जीवन प्रत्याशा बढ़ासकती है. नियमित साइ्निलंग करने वालाें में कैंसर, हृदय राेग और असमय मृत्यु की आशंका कम हाेती है. यदि आप भी 50 की उम्र के बाद साइ्निलंग शुरु करना चाहते हैं, ताे शुरुआत करने से पहले अपने शरीर की स्थिति का आकलन करें और जरूरत हाे ताे डाॅ्नटर से परामर्श जरूर लें. कुछ बाताें का ध्यान रखना जरूरी है.किन्हें परहेज रखना चाहिए घुटनाें की गंभीर समस्या है या अस्थमा राेग है, ताे बिना डाॅ्नटर की सलाह के साइकिल न चलाएं. वे लाेग भी ज्यादा साइ्निलंग न करें, जाे जल्दी थक जाते हैं.दरअसल साइ्निलंग एक एनर्जी-ड्रिवन ए्नसरसाइज है, जिससे सांस फूल सकती है और मसल्स पर अधिक दबाव आ सकता है, जिससे स्ट्राेक की आशंका भी बढती है.