ऑपरेशन सिंदूर ने इतिहास रचा : भारत की बड़ी उपलब्धि

चार दिन की लड़ाई में पाक को मुंहतोड़ जवाब दिया; सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने पुणे में कहा

    04-Jun-2025
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पुणे, 3 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
 
ऑपरेशन सिंदूर के दरम्यान भारत ने बेस्ट टेक्नीकल पैरामीटर्स का उपयोग किया. ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है. चार दिन की लडाई में पाकिस्तान ने कैसे भारत पे हमला किया और भारत ने कैसा मुंहतोड जवाब दिया, यह दुनिया ने देखा है. लेकिन इस लडाई में भारत की जीत हुई है. ऑपरेशन सिंदूर ने इतिहास रचा है, इट्स अ बिग अचीवमेंट फॉर इंडिया. यह प्रतिपादन चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने अपने जोश भरे अंदाज में आत्मविश्वासपूर्ण और स्पष्ट रूप से कहा. सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेन्स एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज्‌‍ द्वारा, इरावती कर्वे सोशल साइंस कॉम्प्लेक्स में मंगलवार को दोपहर 1.30 बजे, फ्यूचर वॉर्स एन्ड वॉरफेयर इस विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया था. मुख्य वक्ता के रूप में चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान थे.
 
मंच पर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो.डॉ.सुरेश गोसावी, प्रो वाइस चांसलर प्रो.डॉ.पराग कालकर, ऑफिसिएटिंग रजिस्ट्रार डॉ.चारुशिला गायके, डिपार्टमेंट ऑफ डिफेन्स एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज्‌‍ के प्रमुख डॉ. विजय खरे उपस्थित थे. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार सीडीएस जनरल अनिल चौहान का कद भले ही छोटा हो लेकिन उनके हौसले कितने विराट है. इसका अनुमान मंगलवार को पुणे में आयोजित विशेष व्याख्यान में हुआ. उन्होनें वॉर स्ट्रेटेजी, बैटलफील्ड, टेक्नोलॉजी, टैक्टीज्‌‍, प्री-पेयर्डनेस, इमोशन और मोरल्स के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए.
 
पाकिस्तान ने जिस देश से मिसाइल,ड्रोन और वेपन्स खरीदे हैं. उस देश को भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने दिखा दिया है कि, भारत की मेड इन इंडिया मिसाइल दुनिया में बहुत ही सक्षम है. यह बात सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने चीन का नाम न लेते हुए, लेकिन अपने जोशभरे अंदाज में कही तो सभागार में उपस्थित श्रोताओं ने भी भारत माता की जय के जयकारे लगाए. किसी भी युद्ध में, दोनों देशों नें एक दूसरे के कितने फाइटर प्लेन्स, मिसाइल,ड्रोन उडा दिये, के बजाय युद्ध जीता किसने, इस को ज्यादा तवज्जों दिया जाता है. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर द्वारा जीत हासिल की है. सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहां कि, ऑपरेशन सिंदूर के दरम्यान भारत ने संरक्षण क्षेत्र में अपनी सर्वोत्तम सिद्धता दुनिया को दिखाई है.
 
इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को उसकी जगह दिखा दी. न्यूक्लिअर वॉर की धमकी दे कर ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी, यह तो सरकार ने स्पष्ट कर दिया है. युद्ध में भारत का और पाकिस्तान का नुकसान कितना हुआ, इसके बजाय यह ध्यान देना चाहिए कि भारत ने इस युद्ध में जीत हासिल की है. हमने पाकिस्तान के अंदर घूसकर सीधा अटैक किया है. पाकिस्तान का इस युद्ध में भारी नुकसान हुआ है, इसीलिए तो पाकिस्तान ने सीजफायर के लिए भारत को पहले फोन किया. भविष्य में युद्धनीति में रोबोटिक्स्‌‍ और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल होगा.
 
 
हर जख्म का उत्तर देने तैयार
 
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा की, भारत में अब तक टेरेरिस्ट अटैक में बीस हजार लोग मारे गए हैं. पाकिस्तान ने भारत को बहुत बार जख्म दिए हैं. लेकिन अब भारत बदल गया है. अब भारत पाकिस्तान द्वारा दिए हुए हर जख्म का उत्तर देने के लिए तैयार है. टेरेरिस्ट अटैक पर केवल सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि उनके जीवनावश्यक संसाधनों को भी रोका जाएगा.