मुंबई, 4 जून (आ. प्र.) -
राजस्थान के पाली में जैनाचार्य पुंडरीक रत्नसूरेीशरजी म. सा. की संभावित हत्या के खिलाफ देशभर में जैनियों में तीव्र आक्रोश है, महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने मंगल प्रभात लोढ़ा के साथ गवर्नर हाउस में जैनियों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. श्री मुंबई जैन संघ संगठन की ओर से मंगल प्रभात लोढ़ा के साथ नितिन वोरा, अतुल व्रजलाल शाह, सुधीर पट्टानी प्रतिनिधिमंडल में उपस्थित थे और उन्होंने एक आवेदन प्रस्तुत किया. मंगल प्रभात लोढ़ा ने राज्यपाल को बताया कि, पिछले दस वर्षों में कई साधु-संतों की कथित तौर पर दुर्घटनावश हत्या की गई है,
जिस में राजस्थान के अनूप मंडल पर संदेह व्यक्त किया गया था. राजस्थान सरकार ने एसआईटी कमेटी गठित कर दी है, लेकिन ऐसे विद्वान साधु-संतों की हत्या के पीछे कौन है, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. जैन संघ के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को बताया कि, आचार्य एक चलती- फिरती लाइब्रेरी की तरह थे और 18 भाषाओं के ज्ञाता थे. उनके विद्वान गुरु भगवंत जम्बूविजयजी म. सा. की भी इसी तरह की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. राज्यपाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ओशासन दिया कि, वे राजस्थान आकर वहां के मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल से मिलकर इस मामले को रखेंगे तथा इस उद्देश्य से वे अपने साथ मंगल प्रभात लोढ़ा के नेतृत्व में जैन संघों का एक प्रतिनिधिमंडल भी ले जाएंगे.
जैन मुनि वेिश में एक अलौकिक शक्ति हैं और उनकी सुरक्षा अवश्य होनी चाहिए, इसके लिए राज्यपाल ने यह भी ओशासन दिया कि वे व्यक्तिगत रूप से राजस्थान सरकार को अवगत कराएंगे कि चातुर्मास से पूर्व विहार के दौरान उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए तथा जांच एजेंसियों के माध्यम से इस षड्यंत्र की जड़ तक पहुंचा जाए. जैन संघ की ओर से राज्यपाल का अभिनंदन किया गया तथा एक निवेदन प्रस्तुत किया गया तथा उनका तहे दिल से आभार व्यक्त किया गया.