राज्य विधानमंडल के उच्च सदन यानी विधान परिषद में गुरुवार काे मराठी लाेगाें के मुद्दे पर अनिल परब और शंभूराज देसाई के बीच तीखी बहस हुई. इस दाैरान अनिल परब ने मंत्री शंभूराज देसाई काे गद्दार कह दिया. इस पर देसाई अपना संतुलन खाे बैठे. उन्हाेंने अपना गुस्सा कुछ इस तरह व्यक्त किया, गद्दार काैन है, बाहर आकर बताओ, इस पर सदन में भारी हंगामा हुआ.नतीजतन, उपसभापति नीलम गाेर्रेे ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी.मुंबई में मराठी लाेगाें का मुद्दा विधान परिषद में उठा.
इस चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए अनिल परब ने विभिन्न परियाेजनाओं में मराठी लाेगाें काे प्राथमिकता के ताैर पर 40 प्रतिशत घर देने के लिए कानून बनाने की मांग की.उन्हाेंने कहा कि सदन के सदस्याें का कुलस्वर यह है कि मराठी लाेगाें के संबंध में काेई कानून है या नहीं. आप कहते हैं कि काेई कानून नहीं है, लेकिन मराठी लाेगाें काे प्राथमिकता मिलनी चाहिए. आप किस आधार पर कहते हैं कि मराठी लाेगाें काे प्राथमिकता मिलनी चाहिए? आप कहते हैं कि यह मराठी लाेगाें की इच्छा है.