केंद्र सरकार पर कुल 215 लाख कराेड़ का कर्ज हाे गया है.जीएसटी से एक साल में सरकार काे 20 लाख कराेड़ मिले है.इससे सरकार का खजाना जरुर भरा है लेकिन जनता बेहाल हाे गयी है. इन्कम टै्नस रिटर्न फाइल करनेवालाें की संख्या बढ़कर 9 कराेड़ से ज्यादा हाे गयी है. आर्थिक विश्लेषण की रिपाेर्ट में यह दावा किया गया है कि आयकर विभाग ने 2024-25 में 4.77 लाख रुपये रिफंड किए हैं. सरकारी बैंकाें ने भी केंद्र सरकार काे लाभ के रुप में अरबाें रुपये दिये है. इसके बावजूद महंगाई चरम पर है. केंद्र सरकार ने केवल 9 वर्षाें में ही 55 लाख कराेड़ का लाेन लिया है.