जिन्हे हाथ-पैर, तालुओं और शरीर में अक्सर जलन की शिकायत रहती हाे उन्हे करीब 5 कच्चे बेल के फलाें के गूदे काे 250 मिली नारियल तेल में एक सप्ताह तक डुबाेए रखना चाहिए और बाद में इसे छानकर जलन देने वाले शारीरिक हिस्साें पर मालिश करनी चाहिए, अतिशीघ्र जलन की शिकायत दूर हाे जाएगी.दाे गिलास गर्म पानी में, एक चम्मच सरसाें का तेल मिलाकर दाेनाें पैर इस पानी में रखें और पांच मिनट बाद धाेएं. इससे पैर साफ हाे जाएंगे, जलन दूर हाे जाएगी.लाैकी या घीया काे काटकर इसका गूदा पैर के तलवाें पर मलने से जलन दूर हाेती है.पैराें में जलन हाेने पर करेले के पत्ताें के रस की मालिश करने से लाभ हाेता है.करेले के पत्ते पीस कर लेप करने से भी लाभ हाेता है.
गर्मी के दिनाें में जिन लाेगाें के पैराें में निरंतर जलन हाेती है उन्हे पैराें में मेहंदी लगाने से लाभ हाेता है. हाथ-पैराें में जलन आम की बाैर रगडने से मिट जाती है. तलवाें, हाथ पैराें में जलन हाे ताे देशी घी मलने से मिट जाती है.मक्खन और मिश्री समान मात्रा में मिलाकर दाे चम्मच मिश्रण राेज चाट्ें. सुखी धनिया और मिश्री समान मात्रा में मिलाकर पीस लें. इस मिश्रण की दाे चम्मच मात्रा ठंडे पानी से राेज चार बार लें.शरीर में किसी भी भाग या हाथपैर में जलन हाे ताे तरबूज के छिलके के सेद भाग में कपूर और चंदन मिलकर लेप करें. जलन से शांति मिलेगी.तुकमरिया काे भीगाेकर पैर के तलुओं में बाँधें. जलन दूर हाेगी .पैर अथवा हाथ में गाेखरू हाेने पर उसे काटकर उसमें नीले थाेथे का चूर्ण भर दें अथवा उबलते तेल का पाेता रखने से गाेखरू हमेशा के लिए मिट जाता है.