‘केसरी' के ट्रस्टी-संपादक डॉ. दीपक तिलक का निधन

72 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस : शिक्षा, पत्रकारिता और सामाजिक क्षेत्र को हुई बड़ी क्षति

    17-Jul-2025
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 पुणे, 16 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) ‌


‘केसरी' समाचार पत्र के वेिशस्त-संपादक और तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ के कुलपति डॉ. दीपक जयंतराव तिलक का बुधवार तड़के निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे. पिछले कुछ दिनों से वे अस्वस्थ थे और एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. स्वास्थ्य में सुधार के बाद वे घर लौटे थे, लेकिन बुधवार तड़के अचानक तबीयत बिगड़ने से उनका देहांत हो गया. उनके परिवार में पुत्र डॉ. रोहित तिलक, पुत्री डॉ. गीताली तिलक, पुत्रवधू डॉ. प्रणति रोहित तिलक और नाती-पोते हैं. डॉ. तिलक के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए सुबह 8 से 11 बजे तक केसरीवाड़ा स्थित निवास पर रखा गया था, जिसके बाद 11.30 बजे तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ी. दोपहर 12.30 बजे वैकुंठ स्मशानभूमि में विद्युत दाहिनी के माध्यम से उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस अवसर पर पत्रकारिता, शिक्षा, राजनीति, समाजसेवा और साहित्य क्षेत्र की कई नामचीन हस्तियां उपस्थित रहीं. डॉ. दीपक तिलक शिक्षा, समाजसेवा, पत्रकारिता और खेल के क्षेत्र में बहुआयामी योगदान देनेवाले व्यक्तित्व थे. वे तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ के कुलपति होने के साथ-साथ वसंत व्याख्यानमाला, तिलक स्मारक मंदिर, वेदशास्त्रोत्तेजक सभा, वक्तृत्वोत्तेजक सभा, श्री शिवाजी मंदिर ट्रस्ट, महिला पुनर्वसन केंद्र और वैदिक संशोधन मंडल जैसी संस्थाओं के अध्यक्ष थे. वे राष्ट्रीय स्तर के जूडो खिलाड़ी रहे और रेड एंड व्हाइट बेल्ट हासिल करनेवाले विशिष्ट खिलाड़ियों में शामिल थे. उन्हें पुरुषोत्तम पुरस्कार, आचार्य अत्रे पुरस्कार और सुशील सोशल फोरम पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उनके नाम पर कई पुस्तकें प्रकाशित हैं जिनमें लोकमान्य तिलक आधुनिक भारत के जनक, बिजनेस एथिक्स, इवेंट मैनेजमेंट, न्यू सोशल मीडिया और स्वराज जैसे महत्वपूर्ण ग्रंथ शामिल ह्‌ैं‍. लोकमान्य तिलक द्वारा स्थापित गणेशोत्सव की परंपरा और राष्ट्रीय शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु स्थापित तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का श्रेय डॉ. दीपक तिलक को जाता है. उनके अचानक निधन से पुणे सहित समूचे महाराष्ट्र में शोक की लहर फैल गई है. विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है.  
 
डॉ. तिलक के रुप में हमने पथप्रदर्शक व्यक्तित्व खो दिया : डॉ. नीलम गोऱ्हे
लोकमान्य तिलक के प्रपौत्र ‌‘केसरी' के वेिशस्तस ंपादक और तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ के कुलपति डॉ. दीपक तिलक के निधन से सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र ने एक मार्गदर्शक व्यक्तित्व खो दिया है. इन शब्दों में महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोऱ्हे ने तिलक को श्रृद्धांजलि दी. डॉ. गोऱ्हे ने गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि डॉ. दीपक तिलक ने तिलक परिवार की वैचारिक विरासत को दृढता से आगे बढ़ाया और शिक्षा, पत्रकारिता तथा सामाजिक क्षेत्र में अत्यंत मूल्यवान योगदान दिया. लोकमान्य तिलक की विचारधारा और मूल्यों को उन्होंने अपने कार्य के माध्यम से सक्रिय रूप में समाज के समक्ष प्रस्तुत किया. तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ की शैक्षणिक उन्नति में उनकी भूमिका अत्यंत सराहनीय रही.डॉ. दीपक तिलक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ. नीलम गोऱ्हे ने कहा कि वे तिलक परिवार के इस दुख की घड़ी में पूरी संवेदना के साथ सहभागी हैं.