संतति-नियमन करने काे काेई राजी नहीं. लाेग कहते हैं- यह उनकी स्वतंत्रता पर हमला हाे गया.बच्चे पैदा करने की स्वतंत्रता छिन गई? और लाेग साेचते हैं कि कम से कम यह ताे हमारी आजादी हाेनी चाहिए. कि हमें कितने बच्चे पैदा करने हैं- वह हम करें. लाेग यह साेचते नहीं कि तुम्हारे बच्चे पैदा करने से गरीबी बढ़ती है. यही लाेग चिल्लाते हैं: गरीबी हटाओ. लेकिन जब गरीबी हटाने लग जाओगे, ताे यही लाेग बाधा बन जायेंगे. और जब ये बाधा डालेंगे... इंदिरा ने चेष्टा की कि इनकी बाधा काे ताेड़ाे, बाधा काे ताेड़ा, ताे थाेड़ी ज्यादती हाे गई.इंदिरा क्रांति की चेष्ट कर रही थी.इंदिरा में थाेड़ी हिम्मत थी. वही हिम्मत उसे मुश्किल में डाल गई. अगर उसने भी हिम्मत न की हाेती, ताे अभी भी देवी, दुर्गा बनी हाेती. उसने हिम्मत की ताे तुमकाे नाराजगी हाे गई. तुम्हें अड़चन आई. क्याेंकि तुम्हारी धारणाएं, तुम्हारी परंपराएं, तुम्हारी व्यवस्थाएं, जरा टूटी कि तुम मुश्किल में पड़े. राेज लाेग चिल्लाते हैं कि बंबई या दिल्ली या कलकत्ता से झाेपड़पट्टियां अलग हाेनी चाहिए.
मगर जब अलग कराेगे, ताे अड़चन है. अलग कराेगे, ताे वे झाेपड़पट्टियाें में जाे लाखाें लाेग रहते हैं, वे नाराज हाे जाते हैं. वे हटने काे राजी नहीं हैं. उनका मकान छीन रहे हाे. उनकाे बेहतर मकान भी दे दाे- गांव के बाहर, ताे भी वे नाराज हैं. वे कहीं जमकर बैठे रहेंगे. उनकाे हटाना है, ताे जबर्दस्ती करनी हाेगी. और उनकाे न हटाओ, ताे वे गंदगी ैला रहे हैं. उनकाे न हटाओ, ताे वे घाव की तरह हैं.वह ताे यही समझाे, कि तुम्हारे पैर में घाव हाे जाये, ताे तुम जाकर ऑपरेशन करवा लेते हाे. वह ताे जाे कीड़े-मकाेड़े तुम्हारे घाव में बैठे हैं, अगर उनसे पूछा जाये, ताे बहुत नाराज हाेंगे. वे कहेंगे: हमकाे हटाया जा रहा है. हमारा घर छीना जा रहा है. तुम्हें टी.बी. हाे जाती है, ताे टी.बी. के जाे कीटाणु तुम्हारे प्राणाें काे खाये जा रहे हैं, इलाज क्या है? उनकाे मार डालाे. लेकिन उनसे पूछाे, ताे वे कहेंगे: बहुत ज्यादती हाे रही है. इस एक आदमी काे बचाने के लिए कराेड़ाें कीटाणुओं काे मार रहे हाे. कुछ ताे साेचाे ! अन्याय कर रहे हाे. झाेपड़पट्टी में जाे बैठा है, उसे हटाओ, ताे वह नाराज हाेता है. और वह नाराज हाे जाये, ताे जिनकाे सत्ता में जाना है, वे उसके साथ खड़े हाे जाते हैें.