जनगणना में घरेलू वस्तुओं की जानकारी भी इकट्ठा करे

    02-Jul-2025
Total Views |
 
 
 
census
भारत के महापंजीयक ने कहा है कि आगामी जनगणना के लिए मकानाें की सूची बनाने का काम 1 अप्रैल, 2026 से शुरू हाेगा, जाे दशकीय प्रक्रिया के पहले चरण की शुरुआत हाेगी. राज्याें और केंद्र शासित प्रदेशाें के मुख्य सचिवाें काे लिखे पत्र में जनगणना आयुक्त और भारत के महापंजीयक मृत्युंजय कुमार नारायण ने कहा कि मकानाें की सूची बनाने का काम और आवासाें की जनगणना 1 अप्रैल, 2026 से शुरू हाेगी.इससे पहले पर्यवेक्षकाें, गणनाकाराें कनयुक्ति और उनके बीच काम का बंटवारा राज्याें और जिला प्रशासन के सहयाेग से किया जाएगा. जनगणना दाे चरणाें में हाेगी - पहले चरण यानी मकानाें की सूची बनाने के काम (एचएलओ) में प्रत्येक घर की आवासीय स्थिति, संपत्ति और सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी.
 
इसके बाद दूसरे चरण यानी जनसंख्या गणना में प्रत्येक घर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का जनसांख्यिकीय, सामाजिक- आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य विवरण एकत्र किया जाएगा. जाे पत्र के अनुसार 1 फरवरी, 2027 काे निर्धारित है. सरकार के एक बयान में कहा गया है कि जनगणना में जाति गणना भी की जाएगी. जनगणना गतिविधियाें के लिए 34 लाख से अधिक गणनाकार और पर्यवेक्षक तथा लगभग 1.3 लाख जनगणना कर्मियाें काे तैनात किया जाएगा. यह अब तक की 16वीं जनगणना है और आजादी के बाद आठवीं जनगणना है. आगामी जनगणना माेबाइल एप्लीकेशन का उपयाेग करके डिजिटल माध्यम से की जाएगी