छत्रपति संभाजीनगर के वैजापुर के शिउर स्थित बिराेबा मंदिर में दरबार लगाने वाले एक ढाेंगी बाबा का पर्दाफाश हुआ है. अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने इस बाबा का पर्दाफाश किया है. पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है. इस ढाेंगी बाबा का नाम संजय रंगनाथ पगार (उम्र - 50 वर्ष) है. वाे लाेगाें की शराब छुड़ाने के लिए अपना पेशाब पिलाता था. वह लाेगाें काे मुंह में जूते भी पकड़ने काे कहता था. महिलाओं काे गलत तरीके से छूता था. वाे विभिन्न समस्याओं से ग्रस्त नागरिकाें काे ढूंढता था और उन्हें अघाेरी विद्या से समस्या ठीक हाेने का दावा करता था. इस बीच, गुरुवार दाेपहर करीब 1 बजे पुलिस अधिकारी किशाेर शांताराम आगाले ने सरकार की ओर से शिकायत दर्ज कराई कि बाबा ने एक युवक पर अघाेरी कृत्य किया है. इस बीच, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के सदस्य रितेश संताेष हाेल्कर और जगदीश साेजवाल ने इस पूरे मामले पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया है. एक वीडियाे में, ढाेंगी बाबा एक व्यक्ति काे ज़बरदस्ती खड़ा कर उसकी नाक पर जूता रख रहा है. एक अन्य घटना में, वह भूत भगाने का दावा कर रहा है. एक अन्य वीडियाे में, वह एक युवक की गर्दन पर पैर रखकर और उसके पेट पर डंडा रखकर उसे पीटता हुआ दिखाई दे रहा है.