उपराष्ट्रपति के पद छाेड़ने के साथ ही राज्यसभा के सभापति पद भी स्वत: रिक्त हाे गया. उपराष्ट्रपति उच्च सदन के पदेन सभापति हाेते हैं. ऐसे में अब जब इस्तीफा मंजूर हाे गया है ताे मानसून सत्र में राज्यसभा की पूरी कार्यवाही उपसभापति हरिवंश चलाएंगे.इसके अलावा राष्ट्रपति की ओर से अधिकृत सदस्य काे भी यह जिम्मेदारी दीसकती है. उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जल्द से जल्द कराना हाेता है.संविधान के अनुसार, मृत्यु, त्यागपत्र या हटाए जाने या अन्य किसी कारण से उपराष्ट्रपति पद की रिक्ति भरने के लिए चुनाव यथाशीघ्र कराने का प्रावधान है.इससे पहले साेमवार काे धनखड़ पूरे दिन राज्यसभा में सक्रिय थे. सुबह उन्हाेंने विपक्ष काे संसद काे संवाद एवं चर्चा का सकारात्मक मंच बनाने की नसीहत दी और दाेपहर बाद जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियाेग प्रस्ताव के नाेटिस काे स्वीकार करते हुए पूरी प्रक्रिया काे स्पष्ट किया. जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ पेश महाभियाेग के नाेटिस में एक सांसद के दाेहरे दस्तखत पर जांच बैठाने की भी घाेषणा की थी. कार्यकाल के बीच इस्तीफा देने वाले तीसरे उपराष्ट्रपति हैं.