अब बाइक ही आपकाे ओवर-स्पीडिंग या हाथ छाेड़कर चलाने पर चेतावनी देगी : सरकार बना रही नए नियम

    24-Jul-2025
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Bike 
भारत में सड़क सुरक्षा काे बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से अहम फैसला लिया गया है. जनवरी 2026 से देश में बिकने वाली सभी नए दाेपहिया वाहनाें में एंटी-लाॅक ब्रेकिंग सिस्टम काे सभी कंपनियाें काे देना अनिवार्य कर दिया गया है, चाहे उनका इंजन कैपेबल हाे या भी नहीं. इतना ही नहीं, दाेपहिया डीलराें काे अब हर नए टू-व्हीलर के साथ दाे बीआयएस-सर्टिफाइड हेलमेट भी देना हाेगा, जिसमें से एक राइडर के लिए और एक पीछे बैठने वाले पिलीयन के लिए हाेगा. इसके तुरंत बाद दाेपहिया वाहन तेज चलाने पर वार्निंग सिस्टम लागू करने की याेजना बना रही है. ऐसे में ज्यादा तेज बाइक चलाने पर फाैरन अलर्ट मिलेगा.
बीआयएस सरकार का मानना है कि इस बदलाव से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी.
 
इस मामले की जानकारी रखने वाले दाे लाेगाें का कहना है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय केंद्रीय माेटर वाहन नियम में संशाेधन पर विचार कर रहा है, जिससे सभी दाेपहिया वाहनाें के लिए तेज गति और बिना किसी नियंत्रण के वाहन चलाने पर वार्निंग सिस्टम अनिवार्य रूप से लागू हाे जाएगा. बीआयएस के लागू हाेने से जानकाराें का कहना है कि इससे वाहनाें के दाम बढ़ जाएंगे.इस मामले से वाकिफ दूसरे व्यक्ति ने बताया कि बीआयएस अनिवार्यता की घाेषणा के बाद, दाेपहिया वाहन चालकाें के लिए लागू किए जा सकने वाले सुरक्षा उपायाें पर स्टेकहाेल्डर्स के साथ विचार-विमर्श चल रहा है.
 
इस व्यक्ति ने कहा, बातचीत पूरी हाेने के 1-2 महीने बाद उचतठ में बदलाव हाे सकता है. हालांकि यह बदलाव कब तक हाेगा, इस बारे में उन्हाेंने काेई समय सीमा नहीं बताई. इसकी वजह ये है कि अभी ये याेजना शुरुआती दाैर में है. इसके लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय काे एक मेल भेजा गया है. लेकिन अभी तक काेई जवाब नहीं आया है. देश में दाेपहिया वाहनाें के रजिस्ट्रेशन में जाेरदार बढ़ाेतरी हाे रही है. ऐसे में एक और सेफ्टी लेयर जाेड़ना बेहद जरूरी है. वाहन पाेर्टल के आंकड़ाें के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में भारत में करीब लगभग 1.89 कराेड़ दाेपहिया वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं, जाे पिछले वर्ष के 1.75 कराेड़ से करीब 7.8 फीसदी ज्यादा हैं.