चंडीगढ़ में काॅलसेंटर के जरिए कराेड़ाें की ठगी का पर्दाफाश

    28-Jul-2025
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ईडी ने चंडीगढ़ में काॅलसेंटर के जरिए कराेड़ाें की ठगी का पर्दाफाश किया है. ईडी द्वारा याेजना बनाकर छापे के बाद गाेरखधंधे का पता चला. विदेशी ग्राहकाें से टे्निनकल सपाेर्ट के नाम पर धाेखाधड़ी की जा रही थी. फर्जी कंपनियाें के जरिए काफी दिनाें से हवाला काराेबार चल रहा था.अमेरिका की प्रसिद्ध कंपनी के नाम पर भी फर्जी कंपनी बनाई गई थी. माइक्राेसाफ्ट एचपी अर्लाे जैसे ब्रांड का धड़ल्ले से इस्तेमाल हाे रहा था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चंडीगढ़ समेत ट्राईसिटी में चल रहे कई फर्जी काॅल सेंटराें पर छापेमारी की.ईडी की जांच में यह सामने आया है कि यह काॅल सेंटर चलाने वाली कंपनियां अपनी वेबसाइट्स पर वेब डिजाइनिंग, वायरलेस इंटरनेट सेवाएं और अन्य साफ्टवेयर सेवाओं का झूठा प्रचार करती थीं, जबकि इनके प्रमाेटर, निदेशकाें या कर्मचारियाें का काेई रिकार्ड नहीं था.
 
ईडी के अधिकारियाें ने बताया कि इन फर्जी कंपनियाें ने विदेशाें में भी कंपनियां खाेली हुई थीं ताकि अवैध रूप से कमाए गए पैसे काे पेमेंट गेटवे के जरिए विदेशाें से भारत लाया जा सके.इन फंड्स काे हवाला के जरिए देश में भेजा जाता था. यह पूरा आपरेशन गुप्त तरीके से चलाया जा रहा था. यहां तक कि काॅल सेंटराें में काम कर रहे कर्मचारी भी तकनीकी रूप से सक्षम नहीं थे. इसके अलावा एफएसएएल टैकनाेलाजी नामक कंपनी पर भी आराेप लगे हैं. यह कंपनी अमेरिका की नामचीन कंपनी गीक स्क्वायड की नकल करके बनाई गई एक स्पूफ वेबसाइट थी.इनके अलावा साहू जैन नामक शख्स द्वारा संचालित कंपनियां टेरास्पार्क और विजनायर भी टेक फ्राॅड में संलिप्त पाई गईं. ईडी अधिकारियाें के अनुसार, इस पूरे नेटवर्क के पीछे कई अन्य व्यक्तियाें और कंपनियाें की भूमिका की भी जांच की जा रही है.