हरिद्वार के मनसादेवी मंदिर में भगदड़ मचने से 7 लाेगाें की माैत हाे गई, जबकि 30 घायल हाे गए. इस हादसे में कई की हालत गंभीर बनी हुई है. सीढ़ियाें पर टूटे तार में करंट फैलने की अफवाह से भगदड़ मची. बता दें क रविवार काे सुबह-9.15 बजे दुखदहादसा हुआ. इस दाैरान श्रद्धालुओं में भारी अफरा-तफरी मच गई लाेगाें ने एक दूसरे काे कुचलते हुए आगे निकलते गए.रविवार का दिन हाेने से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भी उमड़ी थी. बताया जाता है कि दर्शन के लिए लाेग आगे बढ़ने की हाेड़ में थे, तभी अचानक भगदड़ से गई लाेगाें की जान. इस हादसे से सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा जांच के आदेश दिए गए हैं. मृतकाें के परिजनाें काे 2-2 लाख देने की घाेषणा की गई.विस्तार से प्राप्त खबराें के अनुसार यह मंदिर पहाड़ के ऊपर बना हुआ है और यहां पहुंचने के लिए करीब 800 सीढ़ियां चढ़नी हाेती हैं. एक चश्मदीद संताेष कुमार ने बताया कि मंदिर पहुंचने के लिए करीब 25 सीढ़ियां बची थीं, तभी हादसा हुआ. रविवार काे भीड़ बहुत ज्यादा थी. इस बीच कुछ लाेग वहां लगे तार काे पकड़कर आगे बढ़े. इस दाैरान कुछ तार छिल गए और उनमें करंट आ गया.
इससे अफरा-तफरी मच गई और सीढ़ियाें पर गिरने से लाेग मारे गए. इधर, हरिद्वार पुलिस ने मंदिर में करंट फैलने की बात काे अफवाह बताया. गढ़वाल डिवीजन के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि मंदिर में भारी भीड़ जुटने की वजह से हादसा हुआ. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डाेभाल ने कहा- मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में 35 लाेगाें के घायल हाेने की सूचना मिली थी. इन्हें अस्पताल लाया गया, लेकिन 6 लाेगाें की माैत हाे गई. बाकी का इलाज चल रहा है. मनसा देवी मंदिर हरिद्वार में शिवालिक पहाड़ियाें पर बिल्व पर्वत पर स्थित है. यह हर की पाैड़ी से लगभग 3 किमी दूर स्थित है और यहां 1.5 किमी की चढ़ाई वाले रास्ते से या राेपवे के माध्यम से पहुंचा जा सकता है. हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, उत्तराखंड एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें तुरंत माैके पर पहुंचीं.घायलाें काे तत्काल नजदीकी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. एसएसपी डाेभाल ने बताया, हमें 35 लाेगाें के घायल हाेने की सूचना मिली थी, जिनमें से 6 लाेगाें की माैत हाे गई. बाकी घायलाें का इलाज चल रहा है. कुछ गंभीर रूप से घायल लाेगाें काे हायर सेंटर रेफर किया गया है. गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने घटनास्थल का दाैरा किया और स्थिति का जायजा लिया.