राजस्थान में 2700 से ज्यादा जर्जर स्कूलाें में जान जाेखिम में डालकर बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. इस मामले में राज्य के शिक्षामंत्री ने कहा-स्कूलाें काे अपनी जेब से पैसे नहीं दे सकते हैं. स्कूलाें काे सुधारने की रकम से काम जारी है. और हां उसे पैसे से हम अपना घर नहीं बनवा रहे हैं. राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार काे सरकारी स्कूल में हुए हादसे ने सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं.सरकार और प्रशासन की अनदेखी की वजह से मनाेहरथाना ब्लाॅक स्थित पिपलाेदी के सरकारी स्कूल का भवन ढह गया. इस हादसे में 7 स्कूली बच्चाें की माैत हाे गई, जबकि 21 बच्चे घायल हाे गए. घायलाें में 9 बच्चाें की हालत गंभीर बनी हुई है. यह हादसा सुबह की प्रार्थना के दाैरान हुआ. स्कूल का भवन पुराना और जर्जर अवस्था में था.
राजस्थान में 2700 से ज्यादा जर्जर स्कूलाें में जान जाेखिम में डालकर बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. इस मामले में राज्य के शिक्षामंत्री ने कहा-स्कूलाें काे अपनी जेब से पैसे नहीं दे सकते हैं. स्कूलाें काे सुधारने की रकम से काम जारी है. और हां उसे पैसे से हम अपना घर नहीं बनवा रहे हैं. राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार काे सरकारी स्कूल में हुए हादसे ने सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं.सरकार और प्रशासन की अनदेखी की वजह से मनाेहरथाना ब्लाॅक स्थित पिपलाेदी के सरकारी स्कूल का भवन ढह गया. इस हादसे में 7 स्कूली बच्चाें की माैत हाे गई, जबकि 21 बच्चे घायल हाे गए. घायलाें में 9 बच्चाें की हालत गंभीर बनी हुई है. यह हादसा सुबह की प्रार्थना के दाैरान हुआ. स्कूल का भवन पुराना और जर्जर अवस्था में था.