इले्निट्रक कार की जबरदस्त डिमांड के बीच एक चाैकाने वाले आंकड़ें सामने आए हैं. देश में एक तरफ जहां इलेक्ट्रिक कार की डिमांड बढ़ रही है और हर दूसरी ऑटाे कंपनी इलेक्ट्रिक कार पर फाेकस कर रही है ताे वहीं एक आंकड़ा सामने आया है, जिसके मुताबिक सीएनजी कार की डिमांड में जबरदस्त उछाल है. वाहन डाटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2025 में पहली बार सीएनजी कार की सेल्स ने डीजल कार की सेल्स के आंकड़ाें काे पार कर दिया है. यह पहली बार हुआ है कि डीजल कार के मुकाबले सीएनजी कार ज्यादा बिकी हैं. बता दें कि देश में कई ऑटाे कंपनियां हैं, जाे सीएनजी कार बेचती हैं और नई टेक्नाेलाॅजी प्राेवाइड कर रही हैं.वाहन डाटा के मुताबिक, पहली बार सीएनजी कार की सेल्स 787724 यूनिट्स रही है, जबकि डीजल कार ी सेल्स 736508 यूनिट्स रही थी. यह पहली बार हुआ है कि लाेग सीएनजी कार के प्रति इतना प्यार दिखा रहे हैं और सीएनजी कार की जबरदस्त डिमांड देखी गई है.
ऐसा इसलिए भी हुआ है क्याेंकि टाटा माेटर्स, हुंडाई जैसी कंपनियां सीएनजी काे लेकर नई टेक्नाेलाॅजी लेकर आई हैं, जिसके बाद लाेगाें के लिए सीएनजी कार खरीदनाआसान हुआ है. इन दाेनाें कंपनियाें ने ट्विन सिलेंडर टेक्नाेलाॅजी की शुरुआत की थी, जिसके बाद सीएनजी कार में भी बूटस्पेस मिलने लगा था. पहले सीएनजी सिलेंडर की वजह से कार का बूटस्पेस मारा जाता था लेकिन इस टेक्नाेलाॅजी की वजह से ये समस्या भी खत्म हाे गई.सीएनजी कार की सेल्स में 35 फीसदी की तेजी देखने काे मिली ताे वहीं डीजल कार की सेल्स में 5 फीसदी तेजी दिखी. इसके अलावा इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कार की सेल्स में 15 फीसदी का उछाल देखने काे मिला है.लेकिन पेट्राेल कार की सेल्स में गिरावट दर्ज हुई है.बता दें कि टाटा माेटर्स, हुंडाई, मारुती सुझुकी जैसी कंपनियां ताे हैं ही, जाे सीएनजी कार के साथ आती हैं.लेकिन इसके अलावा रेनाॅल्ट, टाेयाेटा, निसान जैसी कंपनियां इस रेस में शामिल हाे रही हैं.