लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सीजन के लिए भरत अरुण काे अपना गेंदबाजी काेच नियुक्त किया है. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज, जिन्हें गेंदबाजी काेच के रूप में अपने कार्यकाल के दाैरान भारत की गेंदबाजी इकाई का मार्गदर्शन और प्रेरणा देने का श्रेय दिया जाता है, काेलकाता नाइट राइडर्स के साथ एक सफल कार्यकाल के बाद एलएसजी में शामिल हुए हैं, जिसमें 2024 का एक विजयी सीजन भी शामिल है. वह 2022 सीजन से शुरू हाेकर चार साल तक केकेआर में रहे.केकेआर, एलएसजी और खुद अरुण, इनमें से किसी ने भी इस पर काेई टिप्पणी नहीं की, लेकिन क्रिकबज इस बात की पुष्टि करता है कि अरुण (उम्र-62) ने संजीव गाेयनका की टीम के साथ दाे साल का करार किया है, जिसके तहत उन्हें पूरे साल एलएसजी के खिलाड़ियाें के साथ काम करना हाेगा.
अरुण का यह अनुबंध, जाे कुछ समय से चर्चा में था, नाइट राइडर्स के मुख्य काेच चंद्रकांत पंडित से अलग हाेने के एक दिन बाद आया है. टीम में अब दाे पद रिक्त हैं, लेकिन समझा जाता है कि केकेआर एक कड़ी चयन प्रक्रिया के बाद नए काेचिंग स्टाफ की नियुक्ति करेगा.फ्रेंचाइजी काे इस बात पर गर्व है कि उसके ज्यादातर काेचिंग स्टाफ - चाहे वह गाैतम गंभीर हाें, रेयान टेन डेशकाटे हाें, अभिषेक नायर (थाेड़े समय के लिए), ब्रैंडन मैकुलम, ट्रेवर बेलिस और फिजियाे कमलेश जैन वगैरह - राष्ट्रीय टीमाें में, खासकर भारत और इंग्लैंड की टीमाें में, ऊंचे पदाें पर पहुंचे. भरत अरुण और केकेआर ने साफ ताैर पर साैहार्दपूर्ण ढंग से अपने रास्ते अलग कर लिए हैं. टीम के मेंटर ड्वेन ब्रावाे भी गेंदबाजी रणनीतियाें की देखरेख कर रहे थे, इसलिए इस बात पर आपसी सहमति थी कि बहुत ज्यादा सुझाव टीम के हित में नहीं हाेंगे. इसके अलावा, केकेआर ने अपने स्टाफ के पेशेवर विकास में बाधा न डालने की एक संस्थागत नीति बनाए रखी है.