हिन्दी संवाद का सशक्त माध्यम

बैंक नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष रामचन्द्र रागिरी ने कहा

    31-Jul-2025
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 hin
 
पुणे, 30 जुलाई (आ.प्र.)
 
बैंक नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, पुणे की 67वीं छमाही बैठक 28 जुलाई को सम्पन्न हुई. इस समिति का संयोजक बैंक ऑफ महाराष्ट्र है. बैठक की अध्यक्षता बैंक नराकास, पुणे के अध्यक्ष एवं बैंक ऑफ महाराष्ट्र, पुणे शहर अंचल के अंचल प्रबंधक रामचन्द्र एम रागिरी ने की. हिन्दी संवाद का सशक्त माध्यम है हिन्दी से संबंधित कार्यक्रमों और स्पर्धाओं का वर्ष भर आयोजन किया जाना चाहिए ऐसी अपेक्षा उन्होंने व्यक्त की. बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की रूपाली विरूटकर द्वारा प्रस्तुत ईश वंदना के साथ हुआ.
 
इस अवसर पर कृषि बैंकिंग महाविद्यालय, भारतीय रिजर्व बैंक, पुणे के प्रधानाचार्य व मुख्य महाप्रबंधक जयकिश, भारत सरकार,गृह मंत्रालय, हिन्दी शिक्षण योजना के उपनिदेशक राजेंद्र वर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे. बैठक में पुणे स्थित सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों और वित्तीय संस्थानों के कार्यालय प्रमुख और राजभाषा अधिकारी शामिल हुए. बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंधक (राजभाषा) दीपक कुमार ने कार्यक्रम का सूत्र संचालन किया. बैंक ऑफ महाराष्ट्र, प्रधान कार्यालय के प्रभारी एवं मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) सुभांशु सक्सेना द्वारा बैठक में समिति के सदस्य कार्यालयों के राजभाषा कार्यों की समीक्षा की गई एवं आगामी योजनाओं और कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई.
 
अपने प्रेरक संबोधन में उन्होंने समिति के कार्यों की सराहना की और संसदीय राजभाषा समिति के निदेशानुसार बैठक में उपस्थित प्राधिकारियों से अपेक्षित मदों पर आवश्यक कार्रवाई का अनुरोध किया. साथ ही, उन्होंने नराकास की सभी गतिविधियों में सभी सदस्यों की भागीदारी पर विशेष बल दिया. राजेन्द्र वर्मा ने कहा कि भाषा प्रयोग से बढ़ती है. उन्होंने दैनंदिन कामकाज में उपयोगी विभिन्न आधुनिक हिन्दी टूल्स जैसे कि अनुवादिनी, भाषिणी, एआईआई आदि के संबंध में विस्तार से बताया और कहा कि कंठस्थ 2.0 के माध्यम से कार्यालयीन अनुवाद आसानी से किया जा सकता है. इस अवसर पर जयकिश ने अपने संबोधन में कहा कि आज कार्यालीन कार्यों में हिन्दी को बढ़ावा देना सर्वाधिक आवश्यक है और इसके लिए राजभाषा हिन्दी से संबंधित कार्यक्रमों और स्पर्धाओं का वर्ष भर आयोजन किया जाना चाहिए. नराकास, सदस्य कार्यालयों को उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन और राजभाषा हिन्दी के विकास के लिए एक संयुक्त मंच प्रदान करता है.
 
बैंक नराकास, पुणे के अध्यक्ष एवं बैंक ऑफ महाराष्ट्र, पुणे शहर अंचल के अंचल प्रबंधक रामचन्द्र एम.रागिरी ने कहा कि समिति के माध्यम से हम एकजुट होकर राजभाषा के क्षेत्र में नव उपलब्धियां प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमें परिमाण के साथ-साथ गुणवत्ता पर भी ध्यान केन्द्रित करते हुए बेहतर प्रयास करने होंगे. हिन्दी के अधिकाधिक प्रयोग के संकल्प के साथ हम अपने बैंकिंग कारोबार में भी वृद्धि कर सकते हैं.
 
बैंकों एवं वित्तीय संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया
राजभाषा शील्ड योजना 2024-25 के लिए बैंकों एवं वित्तीय संस्थाओं को प्रशासनिक कार्यालय श्रेणी, शाखा श्रेणी और वित्तीय संस्थान श्रेणी के अंतर्गत श्रेष्ठ राजभाषा कार्यान्वयन हेतु पुरस्कृत किया गया. साथ ही, वर्ष 2024-25 के दौरान सदस्य संस्थानों द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को भी मंचस्थ प्राधिकारियों द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किए गए.