देश का साइबर सेल कुंभकर्ण नींद साे रहा; अपराधियाें की बल्ले-बल्ले

    04-Jul-2025
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साइबर क्राइम के कई मामले हमें हर राेज देखने काे मिलते हैं. लेकीन सायबर सेल कुंभकर्ण की नींद साे रहा है. स्कैमर्स लाेगाें काे अपने जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीकाें का इस्तेमाल करते हैं. अगर आंकड़ाें की बात करें, ताे साल 2024 में 22811.95 कराेड़ रुपये की ठगी लाेगाें से साइबर अपराधियाें ने की है. यह वाे आंकड़ा है, जिसे लाेगाें ने रिपाेर्ट किया है.इंडियन साइबर क्राइम काॅर्डिनेशन सेंटर ख4उ के मुताबिक, साल 2024 में एनसीआरपी पर 19.18 लाख शिकायतें आई हैं. यह शिकायतें साइबर क्राइम 59 परसेंट और क्रिप्टाे हमलाें में कुल मिलाकर 409 परसेंट की चाैंका देने वाली बढ़ाेतरी हुई है. साल 2023 में साइबर क्राइम की 15.56 लाख शिकायतें दर्ज हुई थीं, जाे साल 2024 में बढ़कर 19.18 लाख हाे गई हैं.
 
इनमें से ज्यादा पैसाें से जुड़े हुए फ्राॅड्स है.साल 2023 में भारतीयाें ने 7496 कराेड़ रुपये साइबर क्राइम में गंवाए थे, जबकि साल 2022 में लाेगाें ने 2306 कराेड़ रुपये गंवाए थे.साल 2024 में ये आंकड़ा 2023 के मुकाबले तीन गुना और 2022 के मुकाबले 10 गुना बढ़ गया है.पिछले चाल सालाें में लाेगाें ने लगभग 33,165 कराेड़ रुपये साइबर फ्राॅड में गंवा दिए हैं. जीआईआरईएम की रिपाेर्ट की मानें, ताे साल 2024 में हुए फिशिंग हमलाें में 82.6 फीसदी अख जनरेटेड हैं. हाल फिलहाल में टठ काेड बेस्ड साइबर फ्राॅड के मामलाें की संख्या बढ़ी है.