महाराष्ट्र में अच्छे फायदे के सपने दिखाकर फर्जी याेजनाओं के नाम पर ठगने वालाें की संख्या बढ़ गई है. ऐसे ठगाें ने लाेगाें की जेब काे चपत लगाने के नयेनये तरीके इजाद किये हैं. महाराष्ट्र में 10 वर्षाें में 1 कराेड़ निवेशकाें से 3.18 लाख कराेड़ की ठगी की गई. राज्य के गृह विभाग द्वारा यह चाैंकाने वाली जानकारी सामने आयी है. अकेले मुंबई में 2.95 लाख कराेड़ रुपयाें की धाेखाधड़ी की गई.विभिन्न फर्जी याेजनाओं के माध्यम से लाेगाें की खून-पसीने की गाढ़ी कमाई के पैसे ठगे गये. वर्ष 2024 में 58 हजार से ज्यादा धाेखाधड़ी के मामले दर्ज हुए हैं.मुंबई में 31,583, पुणे में 13,971 तथा ठाणे में 12,582 शिकायतें दर्ज की गईं.
राज्य के गृह विभाग ने विधान परिषद् काे बताया है कि पिछले 10 सालाें में राज्य में वित्तीय धाेखाधड़ी के चाैंकाने वाले मामले सामने आए हैं. मुंबई काे छाेड़कर, महाराष्ट्र में करीब 1.05 कराेड़ निवेशकाें से 22,552 कराेड़ की ठगी हुई है. वहीं, अकेले मुंबई में इसी अवधि म2.71 लाख निवेशकाें से 2.95 लाख कराेड़ ठगे गए हैं.आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) से मिली यह जानकारी निवेश याेजना घाेटालाें और साइबर धाेखाधड़ी पर विधायकाें के सवालाें के जवाब में दी गई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिनके पास गृह विभाग भी है, ने बताया कि 2016 से मई 2025 तक कुल 46,321 साइबर अपराध के मामले दर्ज हुए, जिनमें पीड़िताें काे वित्तीय लाभ के लिए ठगा गया और कुल 11,033.97 कराेड़ का नुकसान हुआ.
अकेले 2024 ें, महाराष्ट्र नेशनल साइबर क्राइम रिपाेर्टिंग पाेर्टल पर लगभग 1186.46 कराेड़ की 58,157 वित्तीय धाेखाधड़ी की शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें मुंबई से 31,583, पुणे से 13,971 और ठाणे से 12,582 शिकायतें शामिल थीं.वित्तीय धाेखाधड़ी से निपटने के लिए गृह विभाग ने मुंबई पुलिस और हर पुलिस कमिश्नरेट व जिला एसपी कार्यालय के तहत एक वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू ) स्थापित की है, जिसका काम ऐसी याेजनाओं के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई करना है. ड्रग्स तस्करी के मुद्दे पर, भाजपा एमएलसी परिणय फुके के सवाल के जवाब में फडणवीस ने बताया कि मेफेड्राेन (एमडी) ड्रग की तस्करी में गिरफ्तार किए गए लाेगाें पर अब महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकाेका) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.