‘सूर्यदत्त' फिजियोथेरेपी के छात्रों की शानदार सफलता

महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज की वार्षिक परीक्षा बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के नतीजे किए गए घोषित

    06-Jul-2025
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बावधन, 5 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज के फिजियोथेरेपी कॉलेज के शानदार नतीजों की परंपरा इस साल भी जारी रही. महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (नासिक) द्वारा आयोजित वार्षिक परीक्षा में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के पहले, दूसरे और तीसरे साल के नतीजे हाल ही में घोषित किए गए. पहले साल का रिजल्ट 87 फीसदी रहा. इसमें अनुष्का सोनवणे (75.10 फीसदी) पहले, कोमल श्रीश्रीमाल (74.80 फीसदी) दूसरे, श्रुति भदाणे (74.2 फीसदी) तीसरे, रितुजा सेवकरी (72 फीसदी) चौथे, जबकि भार्गवी बिडकर (71.20 फीसदी) पांचवें स्थान पर रहीं. दूसरे साल का रिजल्ट 100 फीसदी रहा. इसमें सुमन चौधरी (69.5 प्रतिशत) प्रथम, साक्षी शिंदे (68.80 प्रतिशत) द्वितीय, हेतल ओझा (68.57 प्रतिशत) तृतीय, सृष्टि माहेेशरी (68.40 प्रतिशत) चतुर्थ, जबकि दीया शेटे (68.28 प्रतिशत) ने पांचवां स्थान प्राप्त किया. तीसरे वर्ष भी विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें गायत्री राजगुरु (70.20 प्रतिशत), याहवी बाराई (69.60 प्रतिशत), मयूरी अडवाडे (69.20 प्रतिशत), माहेेशरी रणसुभे (67.60 प्रतिशत) और लॉरी पालरेषा (67.40 प्रतिशत) ने क्रमश: पहला, दूसरा, तीसरा, चौथा और पांचवां स्थान प्राप्त किया. फिजियोथेरेपी की प्राचार्या डॉ. सीमी रेठरेकर ने बताया कि इस सफलता में सामूहिक प्रयासों का योगदान रहा. उन्होंने कहा कि यह शानदार परिणाम संस्थान के विद्यार्थियों के अनुशासन, दृढ़ संकल्प, समर्पण और अथक परिश्रम का परिणाम है. इसमें सभी शिक्षकों और प्रबंधन गुरुओं का बहुत बड़ा योगदान है.
 
वद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने पर जोर -प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया

सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने बताया कि सूर्यदत्त संस्थान हमेशा चिकित्सा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाले अच्छे पेशेवरों को तैयार करने का प्रयास करता है. हम पाठ्यक्रम में ज्ञान के साथ-साथ विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने पर जोर देते हैं. इससे विद्यार्थी अधिक रोजगार योग्य एवं कुशल बनते हैं और उनके लिए बेहतर अवसर उपलब्ध होते हैं.