संभाजीनगर के विट्स हाेटल की टेंडर प्रक्रिया में कराेड़ाें का भ्रष्टाचार

    08-Jul-2025
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राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के दूसरे सप्ताह के पहले दिन सदन में समाज के वंचित और कमज़ाेर वर्गाें के कल्याण, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के लिए कार्य करने और संबंधित कानूनाें और नियमाें का उचित अनुपालन सुनिश्चित करने वाले सामाजिक न्याय मंत्रालय की भारी किरकिरी हाे गई. दरअसल सदन में विपक्ष ने छत्रपति संभाजीनगर के विट्स हाेटल की टेंडर प्रक्रिया में कराेड़ाें का भ्रष्टाचार हाेने का आराेप लगाया और सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट पर तीखे आराेपाें की बाैछार कर उनसे इस्तीफा मांगा.अंबादास दानवे ने कहा कि मंत्री शिरसाट के बेटे सिद्धांत शिरसाट ने उनकी कंपनी के रजिस्टर्ड न हाेने पर भी टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया. उन्हाेंने उन पर 110 कराेड़ का हाेटल 67 कराेड़ रुपयाें में खरीदने का गंभीर आराेप लगाया. दानवे सहित विपक्षी सदस्याें के करारे वार से शिरसाट झल्ला उठे और आराेपाें का खंडन करते हुए बाेलने लगे.
 
इसी दाैरान विपक्ष ने जाेरदार हंगामा शुरू किया. इस बीच, ‘अध्यक्ष महाेदय, न्याय दाे, न्याय दाे’ के नारे गूंज उठे. भारी शाेर-शराबे के बीच दानवे भी हाेटल की टेंडर प्रक्रिया में हुई धांधली की परतें सिलसिलेवार ढंग से खाेलने लगे. मामले की गंभीरता काे देखते हुए सीएम फडणवीस ने जांच के आदेश दिए. इसके अलावा सदन में पुणे स्टेशन के बाहर महात्मा गांधी के पुतले की अवमानना, किसान समस्याएं, फंड से वंचित हर घर जल याेजना, संभाजीनगर में बिना काेई काम किये डेढ़ कराेड़ के बिल लेकर भ्रष्टाचार किये जाने जैसे मुद्दाें पर भी विपक्षी सदस्याें ने सरकार काे घेरा. कुल मिलाकर विपक्ष ने सत्तापक्ष काे विभिन्न मुद्दाें पर चाराें खाने चित कर दिया. विधान परिषद् में अंबादास दानवे ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से वेदांत यानी हाेटल विट्स के मुद्दे पर शिरसाट पर जाेरदार वार किये.
 
इस पर शिरसाट भड़क उठे और उन्हाेंने पलटवार करना शुरू किया. इसी दाैरान, विपक्षी सदस्याें ने जमकर हंगामा किया. छत्रपति संभाजीनगर में वेदांत यानी विट्स हाेटल की टेंडर प्रक्रिया काे लेकर संजय शिरसाट पर आराेप लगे थे. इसके बाद शिरसाट ने घाेषणा की थी कि वह टेंडर प्रक्रिया से हट गए हैं. इसके बावजूद विपक्ष ने इस मुद्दे काे उठाकर शिरसाट काे आडे हाथाें लिया.
शिरसाट की कंपनी ने रजिस्टर्ड न हाेते हुए भी टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया दानवे ने संजय शिरसाट के बेटे सिद्धांत शिरसाट पर नियमाें का उल्लंघन कर टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने का आराेप लगाया.खास बात यह है कि संबंधित अवधि के दाैरान शिरसाट की कंपनी रजिस्टर्ड नहीं थी, फिर भी उन्हाेंने टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया. दानवे ने मांग की कि ऐसे हालात में उन्हें पात्र बनाने वाले संबंधित अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए.यह भी आराेप लगाया गया है कि इस प्रक्रिया में फर्जी दस्तावेजाें का इस्तेमाल किया गया. इस पर विपक्ष ने सदन में ‘अध्यक्ष महाेदय, न्याय दीजिए’ जैसे जाेरदार नारे लगाए, जबकि कुछ सदस्याें ने सीधे ताैर पर शिरसाट के इस्तीफे की मांग की.