मनसे ने मीरा भायंदर में मराठी स्वाभिमान माेर्चा निकाला

    09-Jul-2025
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Manase 
मनसे ने मंगलवार काे भायंदर में ‘मराठी स्वाभिमान माेर्चा’ निकाला. इस माेर्चे में हजाराें कार्यकर्ता शामिल हुए. इसी दाैरान पुलिस ने धारा-144 लगा दी और कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं काे हिरासत में ले लिया.गाैरतलब है कि कुछ दिन पहले व्यापारियाें द्वारा बंद का आह्वान किया गया था. इसी बंद के जवाब में मनसे ने माेर्चा निकाला. राज्य के मंत्री प्रताप सरनाईक के वहां पहुंचते ही मनसे कार्यकर्ताओं ने वापस जाओ के नारे लगाये और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं फडणवीस और शिंदे पर भी मनसे नेताओं ने हमला बाेला. मराठी के मुद्दे पर मुंबई और उसके उपनगराें में माहाैल गर्माया हुआ है. मनसे ने कहा है कि अगर महाराष्ट्र में रहना है ताे मराठी बाेलनी ही पड़ेगी. ठाकरे गुट ने भी इसी तरह का रुख अपनाया है और मराठी का समर्थन किया है.
कुछ दिन पहले मीरा भायंदर के व्यापारियाें ने माेर्चा निकालकर कहा था कि भाषा पर जाेर-जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
 
अब इसी माेर्चा के जवाब में मीरा भायंदर में मराठी भाषा के लिए माेर्चा निकाला गया. इस मार्च के माैके पर ठाकरे गुट और मनसे एक बार फिर साथ आए हइस माेर्चा में बड़ी संख्या में मनसे और ठाकरे गुट के नेता माैजूद थे. ठाकरे गुट के विधायक राजन विचारे भी इस माेर्चा में शामिल हुए. मनसे नेता संदीप देशपांडे, मनसे नेता और पूर्व विधायक नितिन सरदेसाई भी इस माेर्चा में शामिल हुए और उन्हाेंने कहा कि अगर महाराष्ट्र में रहना है ताे मराठी सीखनी हाेगी. कुछ दिन पहले मीरा भायंदर में एक मनसे कार्यकर्ता ने मराठी में चिल्लाकर अमराठी व्यापारी की पिटाई की थी. इस घटना का वीडियाे वायरल हुआ था. हालांकि, उसके बाद मारपीट का यह मामला काफी चर्चित हुआ था. इस पिटाई के खिलाफ मीरा भायंदर में गैरमराठी व्यापारियाें ने माेर्चा निकाला था. उन्हाेंने यह भी मांग की थी कि इस तरह की गुंडागर्दी बंद हाेनी चाहिए और मारपीट करने वाले मनसे कार्यकर्ता के खिलाफ सख्त कार्रवाई हाेनी चाहिए.