बिबवेवाड़ी, 8 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) प्रसिद्ध व्यवसायी एवं समाजसेवी विजय भंडारी का 58वां जन्मदिन मंगलवार (8 जुलाई) को धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य जांच आदि विभिन्न गतिविधियों की घोषणा की गई. उपाध्याय प.पू. गुरुदेव श्री प्रवीण ऋषि जी म.सा. ने विजय भंडारी को उनके जन्मदिन पर आशीर्वाद दिया. आशापुरा माता मंदिर ट्रस्ट, जीतो, लायंस क्लब, युगल धर्म संघ और मित्र परिवार ने विजय भंडारी के जन्मदिन पर कार्यक्रम आयोजित किया. इसमें पुणे के विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, श्रीनाथ भीमाले, एड. एस. के. जैन, कृष्णकुमार गोयल, विजयकांत कोठारी, इंदर जैन, राजेश सांकला, रवींद्र सांकला, मनोज छाजेड़, इंद्रकुमार छाजेड़, गोपाल अग्रवाल सहित अन्य गणमान्य लोगों ने विजय भंडारी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. इस कार्यक्रम में आशापुरा माता की आरती की गई. केक काटा गया और उपस्थित गणमान्य लोगों ने विजय भंडारी को आशीर्वाद दिया. कार्यक्रम का संचालन शाम खंडेलवाल ने किया. कार्यक्रम के सफल संचालन में चेतन भंडारी, मंगेश कटारिया, जिनेंद्र लोढ़ा, दिलीप मुनोत, बालासाहेब बोरा ने सहयोग किया. विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार ने कहा कि जैन समाज से उनका कई वर्षों से गहरा नाता रहा है. जैन समाज समाज के वंचित वर्ग को विकास की धारा में लाने के लिए कई बहुमूल्य कार्य कर रहा है. विजय भंडारी के मार्गदर्शन में कई सामाजिक कल्याणकारी गतिविधियां संचालित की जाती हैं. पुलकुंडवार ने स्वच्छता अभियान चलाकर अपने क्षेत्र की नदियों, नालों और झरनों को साफ रखने के लिए काम करने की अपील की. विजय भंडारी के जन्मदिन के अवसर पर लायंस क्लब ऑफ पुणे गणेशखिंड ने विभिन्न गतिविधियों की घोषणा की. इनमें 250 छात्रों को छात्रवृत्ति, 58 स्वास्थ्य जांच शिविर, यातायात पुलिस को 1200 हेलमेट का वितरण, 10 सिलाई मशीन, 4 डायलिसिस मशीन, 1 डायग्नोस्टिक सेंटर और गुरु नानक स्कूल को बेंच भेंट करना शामिल है.
विजय भंडारी ने कहा...
- यदि आप समाज के लिए काम करना चाहते हैं, तो आपको लोगों का आशीर्वाद चाहिए. आपका परिवार आपके साथ होना चाहिए. -मित्र और परिवार ही आपकी ताकत हैं. और यदि वे मित्र अच्छे हों, तो अच्छे रास्ते मिलते हैं और उस रास्ते पर यात्रा सुखद और सफल होती है.
- कोई भी व्यक्ति अकेले काम नहीं कर सकता. उसके लिए एक टीम की जरूरत होती है और उसमें हमें सही लोगों का चयन करने में सक्षम होना चाहिए.
- यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कोई कितने साल जीता है, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि वह कैसे जीता है.
-मैंने प्रवीण ऋषि महाराज की वजह से सामाजिक जीवन में काम करना शुरू किया और मैं रसिकलाल धारीवाल की वजह से जीतो में आया.
प.पू. प्रवीण ऋषि महाराज ने कहा कि हम लोग सुख पाने के लिए जीते हैं. हालांकि, कुछ लोगों का काम समाज को पूर्णता की ओर ले जाता है. विजय भंडारी ऐसे ही लोगों में शामिल हैं. जीतो, युगल धर्म संघ, लायंस क्लब और कई अन्य संगठनों के माध्यम से समाज के लिए उनका का काम सराहनीय है. यह नई पीढ़ी के लिए एक आदर्श कार्य है. इसलिए उनका महिमामंडन करना जरूरी है. वे अपने भावी जीवन में अनेक कीर्ति प्राप्त करें, इन शब्दों में पूज्य प्रवीण ऋषि महाराज ने विजय भंडारी को आशीर्वाद दिया.