कजाकिस्तान में विश्व कप के दाैरान भारतीय सेना के पुरुष और महिला मुक्केबाजाें ने हाल ही में संपन्न विश्व कप मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फेज टू में अपना शानदार प्रदर्शन किया. यह राष्ट्रीय मुक्केबाजी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले मुक्केबाजाें के लिए एक बेहतरीन प्रदर्शन था, जिसमें कुल 29 देशाें और 400 से अधिक मुक्केबाजाें ने भाग लिया.एएसआई, पुणे के कुल 8 मुक्केबाजाें ने भाग लिया, जिसमें 6 पुरुष और 2 महिला मुक्केबाज शामिल थे.प्रतियाेगिता के दाैरान मुक्केबाजाें के शानदार प्रदर्शन के परिणामस्वरूप चार पाेडियम फिनिश हुए, जिसमें दाे स्वर्ण पदक का समावेश था. नायब सूबेदार जैस्मीन (57 किग्रा) और हवलदार साक्षी (54 किग्रा), हवलदार जुगनू (80 किग्रा) केलिए एक रजत पदक और सूबेदार नरेंद्र (+90 किग्रा) ने कांस्य पदक जिता.
नायब सूबेदार जैस्मीन और हवालदार साक्षी काे 2022 में भारतीय सेना में शामिल किया गया और तब से वे एएसआई, पुणे मेंप्रशिक्षण ले रहे हैं. नायब सूबेदार जैस्मीन ने 2022 में इंग्लैंड में हुए काॅमन वेल्थ गेम में कांस्य पदक जीतकर अपनी याेग्यता साबित की है. इन महिला मु्नकेबाजाें का पाेषण और अथक मार्गदर्शन उनकी सफलता का आधार रहा है. यह उल्लेखनीय उपलब्धि मिशन ओलंपिक कार्यक्रम की प्रभावशीलता और सफलता का प्रमाण है, जाे भारतीय सेना के मिशन ओलंपिक विंग की एक प्रमुख पहल है.इन मुक्केबाजाें की सफलता खेल में भविष्य के विकास और उपलब्धियाें की संभावना काे रेखांकित करती है और देश की भावी प्रतिभाओं काे पाेषित करने में भारतीय सेना की इच्छाशक्ति काे दर्शाती है. मु्नकेबाज अब सितंबर 2025 में लिवरपूल में हाेने वाली विश्व चैंपियनशिप के आगामी अगले संस्करण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.