पुणे का शानदार गणेशोत्सव डीजे मुक्त और धार्मिक हो : पुनीत बालन का आग्रह

डीजे वाले गणेश मंडलों को कोई मदद नहीं देंगे : समाज के सभी वर्गों द्वारा भूमिका का स्वागत, सांस्कृतिक परंपराओं के अनुसार मनाया जाए

    09-Jul-2025
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शिवाजीनगर, 8 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

पुणे का शानदार गणेशोत्सव सिर्फ पुणे तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है. यह गणेशोत्सव डीजे मुक्त और धार्मिक हो तथा हमारी सांस्कृतिक परंपराओं के अनुसार मनाया जाए, इसलिए इस वर्ष ‌‘पुनीत बालन ग्रुप' के अध्यक्ष पुनीत बालन ने गणेशोत्सव के दौरान डीजे बजाने वाले गणेश मंडलों को विज्ञापन के रूप में वित्तीय सहायता न देने का रुख अपनाने की घोषणा की है. वे ‌‘समर्थ प्रतिष्ठान' की ढोल-ताशा टीम के वाद्य पूजन कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस अवसर पर सांसद मेधा कुलकर्णी, कसबा विधानसभा क्षेत्र के विधायक हेमंत रासने और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. गणेश मंडलों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए माणिकचंद ऑक्सीरिच और पुनीत बालन ग्रुप के माध्यम से विज्ञापनों के रूप में गणेश मंडलों को बड़ी मात्रा में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. हालांकि, बालन ने कहा है कि हमारे गणेशोत्सव की महिमा को बनाए रखा जाना चाहिए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि डीजे पर आपत्तिजनक गाने बजाकर हमारे बाप्पा के उत्सव की पवित्रता भंग करने वाले गणेश मंडलों को अब वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की जाएगी. पुनीत बालन ने कहा कि पुणे में सार्वजनिक गणेशोत्सव 132 वर्षों से अधिक समय से चल रहा है. लोकमान्य तिलक और श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी ने स्वतंत्रता आंदोलन में लोगों को एक साथ लाने के लिए सार्वजनिक गणेशोत्सव की शुरुआत की. बालन ने दृढ़ रुख अपनाते हुए कहा कि हमारे हिंदू देवताओं के त्यौहार धार्मिक और पारंपरिक तरीके से मनाए जाने चाहिए. उनके इस आग्रह का समाज के सभी वर्गों द्वारा स्वागत किया जा रहा है.
 
डीजे मुक्त गणेशोत्सव मनाने की जरूरत

आजादी के बाद गणेशोत्सव के जरिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है. लेकिन, हाल के दिनों में कुछ गणेश मंडल बड़े स्पीकरों की मानो दीवार खड़ी कर और उन पर अश्लील गाने बजाकर गणेशोत्सव मना रहे हैं. इससे गणेशोत्सव का नाम खराब हो रहा है, यह हमारी संस्कृति के अनुरूप नहीं है. इसलिए, डीजे मुक्त गणेशोत्सव मनाने की जरूरत है और इसके लिए अभी से कदम उठाए जाने की जरूरत है.
- पुनीत बालन, अध्यक्ष, पुनीत बालन ग्रुप  
 
 
पर्वों में डीजे की जरूरत ही नहीं, पुनीत बालन की पहल सराहनीय : सुनील माने

कैटलिस्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष सुनील माने ने कहा कि पर्वों और उत्सवों में डीजे की जरूरत ही नहीं है. डीजे और लेजर की वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को देखते हुए इसे रोकना चाहिए. त्योहारों और महापुरुषों की जयंती पर डीजे का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने इस साल गणेशोत्सव को डीजे के बिना मनाने की कोशिश करने वाले पुनीत बालन ग्रुप की सराहना करते हुए पुनीत बालन की पहल का स्वागत भी किया है. माने ने कहा, डीजे एक सांस्कृतिक बीमारी है. डीजे मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ पशुओं की सेहत के लिए भी खतरनाक हैं. इसलिए, मैं लंबे समय से इस बात पर अड़ा हुआ हूं कि त्योहार और समारोह डीजे के बिना मनाए जाने चाहिए.