कोथरूड, 12 अगस्त
(आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
जीवन में सफल उद्यमी बनने के लिए छात्रों को जोखिम उठाना सीखना चाहिए. कोई भी कम्फर्ट जोन खतरनाक होता है, इसलिए उसमें नहीं रहना चाहिए. लगातार जोखिम उठाना सीखना चाहिए. उद्यमियों के लिए भविष्य अनुकूल है. भारत फोर्ज के एयरोस्पेस बिजनेस वर्टिकल के सीईओ गुरु प्रसाद बिस्वाल ने सलाह दी है कि अच्छे भविष्य का इंतजार करने के बजाय, विचारों और प्रयासों से भविष्य का निर्माण करना चाहिए. वे एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा छात्रों के लिए आयोजित रिसर्च, इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता (राइड-25) के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.
यह कार्यक्रम पांच दिनों तक चलेगा. उद्घाटन समारोह में एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आर. एम. चिटणीस, सीएओ डॉ. प्रसाद खांडेकर, स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रो. डॉ. नीरज महेंद्रू, हितेश जोशी, निनाद पाटिल, डॉ. सिद्धार्थ चक्रवर्ती, डॉ. सुमन देवदुला और डॉ. उर्वशी मक्कड़ उपस्थित थे. कार्यक्रम का आयोजन एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. वेिशनाथ दा. कराड के मार्गदर्शन और कार्यकारी अध्यक्ष राहुल वेिशनाथ कराड के नेतृत्व में किया गया है. कार्यक्रम में 5 हजार से अयादा छात्र शामिल हुए.
डॉ. प्रसाद खांडेकर ने कहा कि भारत की प्रगति के ग्राफ को देखते हुए, देश की अर्थव्यवस्था जल्द ही तीन ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की कगार पर है. इसके लिए हमें नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना होगा. डॉ. आर. एम. चिटणीस ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से सतत, समावेशी और प्रगतिशील परिवर्तन का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इस बात पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस राइड का मुख्य उद्देश्य छात्रों के भविष्य को सुदृढ़ बनाना है. प्रो. नीरज महेंद्रू ने राइड के बारे में विस्तृत जानकारी दी. प्रो. डॉ. गौतम बापट ने कार्यक्रम का संचालन किया. डॉ. सिद्धार्थ चक्रवर्ती ने धन्यवाद ज्ञापन किया.