बीडीडी चाल के पुनर्विकास की मांग बार-बार उठने के साथ इस पर चर्चा भी हुई थी. कई लाेगाें ने इसके सपने भी देखे थे. महायुति के नेतृत्व में बनी सरकार के सत्ता में आने के बाद बीडीडी चाल के संबंध में निर्णय लिया गया, ऐसा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा.वर्ली स्थित बहुप्रतीक्षित बीडीडी चाल पुनर्विकास परियाेजना के पहले चरण में 556 फ्लैटाें का चाबी वितरण समाराेह गुरुवार काे यशवंत नाट्य मंदिर में आयाेजित किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार उपस्थित थे.इस समय मुख्यमंत्री ने बीडीडी चाल के पुनर्विकास की प्रक्रिया की जानकारी दी.बीडीडी चाल में रहने वाले आम मुंबईकर काे घर देने का जाे सपना हमने आप सभी के साथ देखा था, वह पूरा हाेने लगा है.
चाल का इतिहास वर्ष 1920 का है. इस चाल ने कई सामाजिक और राजनीतिक आंदाेलन देखे हैं. इसने स्वतंत्रता आंदाेलन भी देखा है. इस चाल से बड़ी संख्या में विभिन्न विचाराें का निर्माण हुआ है. उन्हाेंने यह भी कहा कि कई प्रतिष्ठित व्यक्ति इस चाल में रहे हैं. अगर हम इन 100 वर्षाें में इस चाल के इतिहास काे देखें, ताे हमें इस चाल की दीवाराें में छिपी हुई विभिन्न प्रकार की कहानियां दिखाई देती हैं. कई परिवाराें के दुख और सुख वहां छिपे हुए देखे जा सकते हैं. इस जगह पर लाेगाें की तीन से चार पीढ़ियां रहती हुई देखी जा सकती हैं.पुरानी पीढ़ी के लाेग साेना रखते थे, लेकिन मुंबई में अब घर भी साेने जितना कीमती हाे गया है. इसलिए अपना घर कतई न बेचें, याद रखें कि आप यह घर अगली पीढ़ी काे देना चाहते हैं और इन घराें का नाम अपनी प्यारी बहनाें के नाम पर रखना चाहते हैं, ऐसी भावुक अपील मुख्यमंत्रीेवेंद्र फडणवीस ने की.
चाल के पुनर्विकास की लगातार मांग उठ रही थी. इस पर चर्चा भी हुई. कुछ लाेगाें के घराें में जाने का माैका मिला. तब मैंने लाेगाें की हालत देखी. मुझे लगा कि यह चाल है, लेकिन हालत किसी झुग्गी बस्ती से भी बदतर थी. इसीलिए जब महायुति सरकार सत्ता में आई, ताे सबसे पहले बीडीडी चाल का मुद्दा उठाया गया.मैंने कहा था कि हमें ऐसा काम करना चाहिए जिससे किसी पर काेई आराेप न लगे. हमने ग्लाेबल टेंडर करने का फैसला किया. उसके अनुसार प्रक्रिया पूरी हुई. टाटा ने एलएनटी, शाहपुरजी पालनजी का काम अपने हाथ में ले लिया और अच्छी गुणवत्ता का काम हाे रहा है. टेंडर 22 अप्रैल 2017 काे हुआ था. उसके बाद, मुश्किलें आती रहीं, लेकिन हम काम करते रहे.
हम धारावी के संबंध में भी निर्णय ले रहे हैं. राजीव गांधी ने कहा था कि धारावी का पुनर्विकास किया जाएगा. हमने अब धारावी पुनर्विकास परियाेजना शुरू कर दी है. हम 10 लाख की आबादी का पुनर्विकास कर रहे हैं.इस परियाेजना काे बनाने में कई लाेगाें ने मदद और याेगदान दिया है. हमारी महागठबंधन सरकार की हमेशा से समाज के लिए काेई भी भूमिका न निभाने की नीति रही है. गाेपीनाथ मुंडे ने पुलिस वालाें काे घर देने के लिए माेर्चा निकाला था. हम उनके सपने काे भी पूरा कर रहे हैं. हम उन्हें 15 लाख में घर दे रहे हैं. हम असली मुंबईकराें काे मुंबई लाने की काेशिश कर रहे हैं, हमने ऐसा करने का फैसला किया है.उन्हाेंने कहा, हम अभ्युदयनगर, अंधेरी और जेबीनगर में भी परियाेजनाएं कर रहे हैं.