देश का संविधान और लाेकतंत्र सर्वाेपरि

    15-Aug-2025
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President 
राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मू ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र काे संबाेधित किया. इस दाैरान उन्हाेंने कहा, हमारे द्वारा अपनाए गए संविधान की आधारशिला पर हमारे लाेकतंत्र का भवन निर्मित हुआ है. हमने लाेकतंत्र पर आधारित ऐसी संस्थाओं का निर्माण किया. जिससे लाेकतांत्रिक कार्यशैली काे मजबूती मिली. हमारे लिए हमारा संविधान और हमारा लाेकतंत्र सर्वाे परि है.विभाजन की विभीषिका काे न भूलें अतीत काे देखते हुए, हमें देश के विभाजन से हुई पीड़ा काे कदापि नहीं भूलना चाहिए. आज हमने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया.विभाजन के कारण भयावह हिंसा देखी गई और लाखाें लाेगाें काे विस्थापित हाेने के लिए मजबूर किया गया. आज हम इतिहास की गलतियाें के शिकार हुए लाेगाें काे श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.न्याय, स्वतंत्रतता,समता और बंधुत्व- संविधान के चार मूल्य प्यारे देशवासियाें, हमारे संविधान में ऐसे चार मूल्याें का उल्लेख है, जाहमारे लाेकतंत्र काे सुदृढ़ बनाए रखने वाले 4 स्तंभ हैं. यह मूल्य हैं- न्याय, स्वतंत्रतता,समता और बंधुत्व ये हमारी सभ्यता के ऐसे सिद्धांत हैं, जिन्हें हमने स्वाधीनता संग्राम के दाैरान पुन: जीवंत बनाया. मेरा मानना है कि इन सभी मूल्याें के मूल में व्यक्ति की गरिमा की अवधारणा विद्यमान है.