आज हमारी जीवनशैली ऐसी हाे गई है कि हम घर पर बने खाना खाने के बजाय बाहर से तैयारी भाेजन मंगाकर खाना अधिक पसंद करने लगे हैं, खासकर जंक. फूड बच्चे भी घर के पाेषक भाेजन के बजाय बर्गर, पिज्जा, चिप्स, काेल्ड ड्र्निस जैसे जंक फुड्स की ओर आकर्षित हाे रहे है. ये फूडस स्वादिष्ट ताे लगते हैं, लेकिन इनका हमारे शरीर ओर विशेषकर आंखाें पर गहरा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. एक अध्ययन में यह बात सामने आइै कि जंक फूडस का अधिक सेवन बच्चाें काे आंखाें काे राेशनी काे प्रभावित कर सकता है.
लंबे समय तक नजरअंदाज करने पर यह दृष्टहीनता का कारण भी बन सकता है. इस तरह के आहार मेंं विटामिन और मिनरल्स फाइबर बेहद कम मात्रा में हाेते है. चिकित्सकाें का मानना है कि आंखाें का दुरुस्त रखने के लिए जरूरी विटामिन ए. विटामिन सी, विटामिन ई ओमेगा 3- फैटी एसिड और जिंक जैसे तत्वाें की जंक फुडस में भारी कमी देखने काे मिलती है. इससे बच्चाें की आंखाें की काेशिकाओं काे पाेषण नहीं मिल पाता है. जिसकी वजह से धीरे धीरे आंखाें में ड्राइनेस, धुंधलापन आंखें जलना. राेशनी में कमी जैसी समस्याएं शुरू हाे सकती है.