मतदाता सूची शुद्ध करने के लिए सबका सहयाेग जरूरी है. यह प्रतिपादन मुख्य चुनाव आयु्नत ज्ञानेश कुमार ने किया. आराेपाें में घिरे चुनाव आयाेग ने 10 दिन बाद पत्रकार वार्ता में कहा-अभी भी 1 सितंबर तक 15 दिन का समय है, सबूत के साथ जानकारी दें, हमारे लिए सभी दल समान, न काेई पक्ष, न काेई विपक्ष, सब समकक्ष हैं.उन्हाेंने कहा कि वाेट चाेरी जैसे शब्द का इस्तेमाल संविधान का अपमान है, जिनकेघर-पते नहीं हाेते उनका घर नंबर 0 लिखा जाता है, जबकि कुछ लाेगाें काे यह पता ही नहीं है. ईसी ने कहा केवल देश का नागरिक ही वाेट देने का अधिकारी है. लिस्ट का वेरीफिकेशन हमारा अधिकार, चुनाव आयाेग किसी से डरता नहीं है.
राहुल गांधी का नाम न लेते हुए उन्हाेंने कहा- 7 दिन के अंदर हलफनामा दें या फिर देश से माफी मांगें. विस्तार से प्राप्त खबराें के अनुसार चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार ने कहा- पीपीटी प्रजंटेशन में दिखायाडेटा हमारा नहीं है. वाेट चाेरी के आराेपाें पर हलफनामा दें.उन्हाेंने कहा अगर सही समय पर त्रुटि हटाने का आवेदन न हाे और फिर वाेट चाेरी जैसे गलत शब्दाें का इस्तेमाल कर जनता काे गुमराह किया जाए ताे ये लाेकतंत्र का अपमान है. सीईसी ने कहा- कुछ मतदाताओं ने वाेट चाेरी के आराेप लगाए, सबूत मांगने पर जवाब नहीं मिला. ऐसे आराेपाें से इलेक्शन कमीशन नहीं डरता है. जब चुनाव आयाेग के कंधे पर बंदूक रखकर मतदाताओं काे निशाना बनाया जा रहा हाे ताे हम स्पष्ट करते हैं कि चुनाव आयाेग निडरता के साथ गरीब, अमीर, बुजुर्ग, महिला, युवा समेत सभी धर्माें-वर्गाें के लाेगाें के साथ चट्टान के साथ खड़ा है, खड़ा था और खड़ा रहेगा.
दरअसल, राहुल ने 7 अगस्त काे ईसी पर वाेट चाेरी के आराेप लगाए थे. उन्हाेंने कहा था, वाेट चाेरी हाे रहे हैं.हमारे पास सबूत है कि चुनाव आयाेग चाेरी में शामिल है. वे भाजपा के लिए ऐसा कर रहे हैं. राहुल गांधी ने वाेटर लिस्ट में गड़बड़ी पर 1 घंटे 11 मिनट तक 22 पेज का प्रेजेंटेशन दिया. राहुल ने स्क्रीन पर कर्नाटक की वाेटर लिस्ट दिखाते हुए कहा कि वाेटर लिस्ट में संदिग्ध वाेटर माैजूद हैं. उन्हाेंने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजे देखने के बाद हमारा शक पुख्ता हुआ कि चुनाव में चाेरी हुई है. मशीन रीडेबल वाेटर लिस्ट नहीं देने से हमें भराेसा हुआ कि ईसी ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र चुनाव चाेरी किया है. हमने यहां वाेट चाेरी का एक माॅडल पेश किया. मुझे लगता है इसी माॅडल का प्रयाेग देश की कई लाेकसभा और विधानसभा सीटाें पर हुआ.