कोथरुड, 21 अगस्त (आ.प्र.) इंसानियत को आगे बढाना है तो मानवता सबसे जरूरी है. अगर इन्सानियत नहीं तो विश्वशांति कहां से आएगी. वर्तमान दौर में हर एक व्यक्ती शांति को भूल गया है. ऐसे समय लालबहादुर शास्त्री के नाम से जयपुर में विश्वधर्म संग्रहालय का निर्माण कर विश्वशांति का नारा दिया जाएगा, ऐसे विचार राज्यसभा के पूर्व सदस्य एवं पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न लालबहादुर शास्त्री के पुत्र सुनील शास्त्री ने रखे. माईर्स एमआईटी द्वारा शुरू किए गए विश्वशांति दर्शन चैनल की चौथी वर्षगांठ समारोह में वह बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. इस मौके पर एड गुरू भरत दाभोलकर, विश्वशांति दर्शन चैनल के सीईओ डॉ. मुकेश शर्मा और विख्यात कवि डॉ. संजय उपाध्ये उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता माईर्स एमआईटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने निभाई. सुनील शास्त्री ने कहा, डॉ. विश्वनाथ कराड द्वारा विश्वशांति को अपने जीवन का लक्ष्य बनाना है. वह विश्वशांति दर्शन चैनल के माध्यम से शांति का संदेश जन-जन पहुंचाकर सबके मन में शांति के बीज बोने का काम कर रहे हैं.स्वागत भाषण में डॉ. मुकेश शर्मा ने कहा, वसुधैव कुटुम्बकम की विचारधारा एवं विश्वशांति के सूत्र के आधार पर इस चैनल की नींव रखी है. इसके जरिए प्रत्येक व्यक्ति को शांति कैसे मिले, इस विषय को लेकर लगातार प्रसारण किया जा रहा है. कार्यक्रम में भरत दाभोलकर ने सवाल- जवाब के जरिए अपने विचार रखे. यहां पर डॉ. विश्वनाथ कराड के जीवन कार्य पर फिल्म दिखाई गई. छात्रा संज्ञा उपाध्ये ने अपनी कार्यक्रमों की प्रस्तुति की. करण ने उपस्थितों का दिल जीत लिया. सूत्रसंचालन एवं आभार प्रदर्शन डॉ. संजय उपाध्ये ने किया.