ग्वार की फली का रस दमा के राेगियाें काे देने पर काी ायदा

    22-Aug-2025
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ग्वार
 
कच्ची फलियाें काे चबाया जाए ताे यह मधुमेह के राेगियाें के लिए हितकर हाेता है. फलियाें की अधकच्ची सब्जी सेहत के लिए अतिमहत्वपूर्ण मानी जाती है. आदिवासी अंचलाें के पारम्परिक हर्बल जानकाराें के अनुसार यह सब्जी हृदय के राेगियाें के लिए उत्तम हाेती है.
 
आधुनिक विज्ञान भी इसकी फलियाें में पाए जाने वाले ाइबर काे काेलेस्ट्राेल स्तर काे संतुलित बनाए रखने के लिए लाभकारी मानता है. पातालकाेट के आदिवासियाें का मानना है कि फलियाें के बीजाें काे रात भर पानी में डुबाेकर रखा जाए और अगले दिन उसे कुचलकर सूजन, जाेड़ दर्द और जलन देने वाले शारीरिक भागाें पर लगाने से अतिशीघ्र आराम मिलता है. सुखी पत्तियाें का रस लगभग 4 चम्मच और 3-4 कलियाें के रस में लहसुन काे मिला लिया जाए ताे दाद, खाज और खुजली वाले अंगाें पर लगाए जाने पर आराम मिल जाता है.
 
कच्ची फलियाें काे पीसकर इसमें टमाटर और धनिया की हरी पत्तियाें काे डालकर चटनी तैयार की जाए और प्रतिदिन सेवन किया जाए ताे आंखाे की राेशनी बेहतर हाेती है और लगातार सेवन से कई बार चश्मा भी उतर जाता है. कच्ची फलियाें काे अच्छी तरह से उबाल लिया जाए और उस पानी में अपने पैराें काे कुछ देर तक डुबाेया जाए ताे फटे पैर और तालु ठीक हाे जाते है.