बंगलुरु, 22 अगस्त (वि.प्र./ वार्ता) कर्नाटक और गाेवा में ईडी द्वारा 17 ठिकानाें पर छापेमारी की गयी. कर्नाटक में कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र पर मनी लाॅड्रिंग काे लेकर यह कार्रवाई हुई. उनके घर, अपार्टमेंट तथा उनकी कंपनियाें पर ईडी ने छापा मारा. यहां तक कि उनके भाइयाें और रिश्तेदाराें काे भी नहीं छाेड़ा गया. उनके बंगलाें पर भी रेड़ पड़ी. ईडी अधिकारियाें की टीम ने शुक्रवार काे अचानक सुबह 5 बजे ए्नशन लिया. ईडी ने कई अहम दस्तावेजाें काे जब्त करने का भी दावा किया है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियाें ने शुक्रवार सुबह चित्रदुर्ग जिले और बेंगलुरु के कई स्थानाें पर कांग्रेस विधायक के. सी. वीरेंद्र और उनके भाइयाें के घराें पर छापे मारे. सूत्राें के मुताबिक, विधायक वीरेंद्र और उनके बड़े भाई के.सी. नागराजा व के.सी.
टिप्पेस्वामी के चल्लकेरे शहर स्थित घराें सहित चार से ज्यादा जगहाें पर तलाशी ली गई. उनके रिश्तेदार हाेसामने स्वामी की संपत्तियाें पर भी छापेमारी की गई.बेंगलुरु के सहकारनगर इलाके में स्थित वीरेंद्र के घर पर और वीरशैव एसाेसिएशन के सचिव प्रसन्ना कुमार के घर पर भी छापा मारा.
सूत्राें के अनुसार, विधायक वीरेंद्र इस समय एक व्यावसायिक दाैरे पर राज्य से बाहर हैं.दिल्ली से आई ईडी की एक टीम ने सुबह-सुबह निजी वाहनाें से छापेमारी शुरू की. फिलहाल आगे की जानकारी का इंतजार है. गाैरतलब है कि 2016 में विधायक वीरेंद्र, जाे उस वक्त जेडी(एस) पार्टी में थे, काे तब गिरफ्तार किया गया था जब आयकर विभाग ने उनके बाथरूम में बने एक गुप्त कक्ष से 5.70 कराेड़ रुपये की नई करंसी बरामद की थी. 10 से अधिक अधिकारियाें की एक टीम ने यह कार्रवाई की. ईडी के अधिकारियाें ने वसंतनगर स्थित विधायक पप्पी के निजी अपार्टमेंट और सहकारी नगर स्थित उनके आवास पर दस्तावेजाें की जांच की. साथ ही उनके भाई केसी नागराज और केसी टिप्पेस्वामी के आवास पर भी छापेमारी की गयी.
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