पिंपरी, 25 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) पिंपरी कैंप में सिंधी समाज द्वारा आयोजित वार्षिक ‘चालीहो उत्सव सोमवार को धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ झूलेलाल मंदिर घाट पर संपन्न हुआ. यह उत्सव 40 दिनों तक चलने वाले उपवास और धार्मिक अनुशासन का प्रतीक है, जिसे सिंधी समुदाय, विशेषकर महिलाएं, बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ निभाती हैं. समापन अवसर पर पवना नदी किनारे बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए्. नदी तट स्थित झूलेलाल मंदिर में दिनभर भजनक ीर्तन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में झूलेलाल भगवान की शोभायात्रा भी निकाली गई. माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए पिंपरी-चिंचवड़ मनपा का प्रशासनिक तंत्र और पुलिस बल तैनात रहा. इससे पहले रविवार (24 अगस्त) को श्रद्धालुओं ने पवना नदी में अखा (पवित्र चावल के दाने) अर्पित कर सुख-समृद्धि और झूलेलाल के आशीर्वाद की कामना की थी. पिंपरी कैंप परिसर में आयोजित शोभायात्रा, भजन-कीर्तन और सत्संग में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. सिंधी समाज के वरिष्ठ मनोहर जेठवानी ने बताया कि चालिहो उत्सव में समाज के लोगों ने धूमधाम और भक्तिभाव से मनाया. दो दिनों तक भजनों और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों को लाभ सभी समाजजनों ने लिया. इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. इस अवसर पर अर्जुन मोटवानी, दिलीप मदानी, मनोज पंजाबी, जवाहर कोटवानी, सुशील बजाज, अजीत कंजवानी, जम्मू चारानी, राजू मतानी और पूर्व उपमहापौर डब्बू आसवानी उपस्थित थे. उल्लेखनीय है कि चालीहो उत्सव के माध्यम से न केवल सिंधी समाज ने अपनी धार्मिक परंपराओं का पालन किया, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश भी दिया. अन्य समुदायों के लोगों ने भी इस महोत्सव में भाग लेकर सद्भावना का परिचय दिया. ज्ञात हो कि चालीहो उत्सव झूलेलाल जयंती (चेटीचंड) से जुड़ा है, जिसे सिंधी लोग जल देवता झूलेलाल के जन्मोत्सव और अपने नववर्ष की शुरुआत के रूप में मनाते हैं. 40 दिनों तक संयम और उपवास रखकर भक्त इस परंपरा का निर्वहन करते हैं. इस प्रकार श्रद्धा, भक्ति और भाईचारे की भावना के साथ इस वर्ष का चालीहो उत्सव पिंपरी कैंप में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.