समाज में मानवतावाद के मूल्यों का होना आवश्यक : नवल किशोर राम

सिम्बायोसिस में अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस कार्यक्रम में कहा - हमें प्रत्येक व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए

    03-Aug-2025
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शिवाजीनगर, 2 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
आज के समय में, हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उपयोग के बिना नहीं रह सकते. हमें एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता है. कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक पुराना उपकरण है, लेकिन हाल के वर्षों में इसका व्यापक रूप से विकास हुआ है. पुणे के मनपा आयुक्त नवल किशोर राम ने कहा कि यद्यपि प्रौद्योगिकी ने हमारे दैनिक जीवन की कई समस्याओं का समाधान किया है, फिर भी हमें इसका अत्यधिक उपयोग नहीं करना चाहिए और इसके पीछे पागल नहीं होना चाहिए. सिम्बायोसिस अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक केंद्र द्वारा गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस मनाया गया. वह इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. सिम्बायोसिस के संस्थापक एवं अध्यक्ष तथा सिम्बायोसिस अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. एस. बी. मुजुमदार ने सिम्बायोसिस विश्व भवन सभागार (सेनापति बापट रोड) में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की. नवल किशोर राम ने कहा, हमें प्रत्येक व्यक्ति का सम्मान करना सीखना चाहिए, चाहे उसकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो. छात्र भविष्य के नेता हैं और इसलिए, यह सोचें कि आप जो कुछ भी करेंगे, उससे समाज के अंतिम व्यक्ति को मदद मिलेगी. कार्यक्रम के दौरान, डॉ. मुजुमदार और नवल किशोर राम ने सिम्बायोसिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस - ु247 एआई- संचालित वर्चुअल असिस्टेंट लॉन्च किया. यह असिस्टेंट भावी छात्रों, शिक्षकों और सहयोगियों को सटीक जानकारी प्रदान करता है. साथ ही इस अवसर पर सिम्बायोसिस मर्चेंडाइज स्टोर का भी उद्घाटन किया गया, जिसमें सिम्बायोसिस ब्रांडेड उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है. डॉ. विद्या येरवडेकर (प्रधान निदेशक, सिम्बायोसिस एवं प्रो-चांसलर, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल - अभिमत विश्वविद्यालय) ने स्वागत भाषण दिया. डॉ. रामकृष्णन रमण (कुलपति, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल - अभिमत विश्वविद्यालय) ने धंन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया. युगांडा से हेनरी तेबंदेके (अध्यक्ष, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल स्टूडेंट्स काउंसिल) भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे. 


 अंतर्राष्ट्रीय छात्र दुनिया का भविष्य


 31 जुलाई को, डॉ. एस. बी. मुजुमदार 90 वर्ष के हो गए. अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने कहा, मैंने अपना जन्मदिन अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को समर्पित किया है. आज मैं जो कुछ भी हूं, वह आप अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की बदौलत हूं. अंतर्राष्ट्रीय छात्र इस दुनिया का भविष्य हैं. आप सभी विश्व की शांति और प्रगति में योगदान देंगे. शिक्षा केवल ग्रेड और डिग्री के बारे में नहीं है. विश्वविद्यालयों को जिरमेदार और वैेिशक नागरिक तैयार करने चाहिए. एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य सिम्बायोसिस के मूल मूल्य हैं.