पुणे, 30 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) राज्य के सफल खिलाड़ियों को दी गई 22 करोड़ रुपये की नकद पुरस्कार राशि उनके कठिन परिश्रम की सच्ची सराहना है, ऐसा प्रतिपादन उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने किया. राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर म्हालुंगे-बालेवाड़ी स्थित शिवछत्रपति खेल संकुल में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. महाराष्ट्र शासन के स्कूली शिक्षा व खेल विभाग की ओर से आयोजित इस समारोह में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के 331 विजेताओं का सम्मान किया गया. इन्हें कुल 22 करोड़ 31 लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की गई. अजित पवार के हाथों 13 अंतरराष्ट्रीय और 318 राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को पारितोषिक दिए गए्. स्वर्ण पदक विजेताओं को 7 लाख, रजत पदक विजेताओं को 5 लाख और कांस्य पदक विजेताओं को 3 लाख रुपये की नकद राशि घोषित की गई्. कार्यक्रम में महत्वाकांक्षी ‘मिशन लक्ष्यवेध' हाई परफॉर्मेंस सेंटर के लोगो का अनावरण भी उपमुख्यमंत्री पवार और खेल मंत्री माणिकराव कोकाटे ने किया. इस अवसर पर ओलंपिक पदक विजेता स्वप्निल कुसाले, विधायक बाबाजी काले, खेल आयुक्त शीतल तेली-उगले, सहसंचालक सुधीर मोरे, पूर्व खेल प्रशासक नामदेव शिरगांवकर, कोच संजय शेटे आदि उपस्थित थे. अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के खिलाड़ियों ने लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय खेल स्पर्धा में पदकों का दोहरा शतक पूरा किया है, जो राज्य की खेल परंपरा के लिए गौरव की बात है. ‘खेलो इंडिया' सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिए खेल मंत्री कोकाटे द्वारा मांगे गए 58 करोड़ रुपये के फंड को तुरंत मंजूरी दी गई है. साथ ही शिवछत्रपति खेल संकुल में देश का पहला ओलंपिक संग्रहालय बनाने का निर्णय लिया गया है. यह संग्रहालय केवल खिलाड़ियों की उपलब्धियों का ऐतिहासिक दस्तावेज ही नहीं होगा, बल्कि नई पीढ़ी को प्रेरणा देने वाला और खेलों में अनुशासन, मूल्य और संस्कार विकसित करने वाला केंद्र साबित होगा. खेल मंत्री कोकाटे ने कहा कि स्वस्थ महाराष्ट्र, खेलमय महाराष्ट्र हमारा लक्ष्य है. राज्य की नई खेल नीति जल्द ही घोषित की जाएगी.
राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में महाराष्ट्र ने 200 पदक जीते फरवरी में उत्तराखंड में आयोजित राष्ट्रीय खेल स्पर्धा में महाराष्ट्र ने 55 स्वर्ण, 70 रजत और 76 कांस्य पदक जीतकर कुल 201 पदकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया था. इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में राज्य सरकार ने 318 राष्ट्रीय और 13 अंतरराष्ट्रीय विजेता खिलाड़ियों का सम्मान किया. राज्य की 2012 की खेल नीति के अनुसार खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को कुल 28 करोड़ 70 लाख रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की गई्. कार्यक्रम का प्रस्ताविक भाषण शीतल तेली-उगले ने किया जबकि आभार प्रदर्शन सुधीर मोरे ने किया.
‘मिशन लक्ष्यवेध' की शुरुआतवार्षिक 160 करोड़ रुपये के खर्च वाली महत्वाकांक्षी योजना ‘मिशन लक्ष्यवेध' की भी शुक्रवार को शुरुआत हुई. पहले चरण में एथलेटिक्स, हॉकी, कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, रोइंग और लॉन टेनिस इन छह खेलों को प्राथमिकता दी गई है. खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण और विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की मदद उपलब्ध कराई जाएगी.