पुणे को नई दिशा देगा ‌‘मेट्रोपॉलिटन रीजन ग्रोथ हब‌’

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‌‘यशदा‌’ में आयोजित कार्यक्रम में कहा : विकास क्षमता पर जताया विश्वास

    04-Aug-2025
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पुणे, 3 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

महाराष्ट्र के कई शहर तेजी से विकास की राह पर हैं, लेकिन पुणे शहर नवाचार और प्रगति का केंद्र बन चुका है. इसमें नई दिशाओं में अपनी ताकत स्थापित करने की अपार क्षमता है. इसी को ध्यान में रखते हुए शुरू किए गए पुणे मेट्रोपॉलिटन रीजन ग्रोथ हब की योजना शहर को आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक दृष्टि से एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी, ऐसा वेिशास मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जताया. यह आयोजन नीति आयोग, महाराष्ट्र शासन और पुणे इंटरनॅशनल सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में यशदा, पुणे में संपन्न हुआ. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील, विधानपरिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोऱ्हे, नगर विकास राज्यमंत्री माधुरी मिसाळ, नीति आयोग के सीईओ बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम, पद्मविभूषण डॉ. रघुनाथ माशेलकर, नियोजन विभाग के अपर मुख्य सचिव राजगोपाल देवरा, और PMRDA आयुक्त डॉ. योगेश म्हसे भी उपस्थित थे. नवी मुंबई में बनेगी एड्यूसिटी फडणवीस ने बताया कि केंद्र सरकार ने विदेशी वेिशविद्यालयों को भारत में कैंपस स्थापित करने की अनुमति दी है. इसका लाभ लेते हुए राज्य सरकार ने नवी मुंबई में ङ्घएड्यूसिटीफ (शैक्षणिक नगरी) स्थापित करने का निर्णय लिया है. यहां पर बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए युनिकॉर्न स्टार्टअप्स को अवसर दिया गया है. अब तक वेिश के 5 प्रतिष्ठित वेिशविद्यालयों ने करार किया है और आने वाले वर्षों में 10 वेिशविद्यालय यहां कार्यरत होंगे. अगले 4-5 वर्षों में करीब 50 हजार छात्र यहां अध्ययन करेंगे, जिससे ख आधारित कौशल विकास होगा और उद्योगों को योग्य मानव संसाधन उपलब्ध होगा.
 
पुणे में ग्रोथ हब से आएगा बदलाव मुख्यमंत्री ने कहा कि पुणे एक मजबूत उत्पादन केंद्र है और यहां की उच्चस्तरीय शैक्षणिक संस्थाएं दक्ष मानव संसाधन तैयार करती ह्‌ैं‍. इसके चलते बड़े पैमाने पर निवेश संभव होता है. ख जैसे आधुनिक तकनीकी क्षेत्र के लिए यह मानव संसाधन अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने बताया कि ग्रोथ हब के माध्यम से प्रत्येक संभावित क्षेत्र के लिए अलग नीति, बुनियादी ढांचा, निवेश प्रोत्साहन आदि पर ध्यान दिया जाएगा.
 
ग्रोथ हब से अर्थव्यवस्था दोगुनी करने का महत्वपूर्ण लक्ष्य नीति आयोग के सीईओ बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम ने ग्रोथ हब योजना का प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि मुंबई महानगर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को 5 वर्षों में 140 अरब डॉलर से 300 अरब डॉलर तक और पुणे की अर्थव्यवस्था को 58 अरब डॉलर से दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए आगामी 4-5 महीनों में एक मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा. पुणे के पास ऑटोमोबाइल, आईटी, इंजीनियरिंग, शिक्षा, कृषि आधारित उद्योग और लघु व मध्यम उद्योगों जैसे क्षेत्रों में प्रचुर संभावनाएं ह्‌ैं‍. अब आवश्यकता है कि इसकी आर्थिक वृद्धि दर को 10% तक पहुंचाया जाए्‌‍.
 
2023 में नीति आयोग ने डेवलपिंग सिटी रीजन्स ज ग्रोथ हबफ पहल शुरू की थी, जिसमें मुंबई, सूरत, वाराणसी औरविशाखापत्तनम को शामिल किया गया था. अब पुणे मेट्रोपॉलिटन रीजन को भी इसमें शामिल किया गया है. इसका उद्देश्य आर्थिक प्रगति, जीवन स्तर में सुधार और टिकाऊ शहरी विकास को बढ़ावा देना है. यह भारत का पहला महानगर क्षेत्र मास्टर प्लान होगा, जो इंडिया 2047 के लक्ष्य के अनुरूप एक समन्वित और भविष्यवादी दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगा. इस मौके पर राजगोपाल देवरा ने प्रस्ताविक भाषण दिया और पुणे इंटरनॅशनल सेंटर, महाराष्ट्र सरकार और नीति आयोग के बीच ग्रोथ हब को लेकर साझा समझौता (MOU) भी हुआ.