हटाए गए 65 लाख वाेटर्स की जानकारी दें : सुप्रीम काेर्ट

    07-Aug-2025
Total Views |
 

SC 
 
सूप्रीम काेर्ट ने चुनाव आयाेग काे 65 लाख हटाए गये वाेटराें की जानकारी देने काे कहा है. बिहार वाेटर वेरिफिकेशन मामले में चुनाव आयाेग काे शनिवार तक का समय दिया गया है.सुप्रीम काेर्ट ने कहा है- हम प्रत्येक मतदाता से सम्पर्क करेंगे. हमें वाेटर लिस्ट की पूरी डिटेल्स चाहिए.किस काे किस वजह से लिस्ट से हटाया गया,हम इसकी पूरी छानबीन करेंगे. इस सम्बध में याचिकाकर्ता ‘एडीआर’ काे पूरा विवरण अनिवार्य हाेगा, डउ ने ऐसे निर्देश दिए हैं.विस्तार से प्राप्त खबराें में बताया गया है कि, सुप्रीम काेर्ट ने बुधवार काे चुनाव आयाेग (ईसी) काे निर्देश दिया है कि वह बिहार के ड्राफ्ट वाेटर लिस्ट से हटाए गए करीब 65 लाख मतदाताओं की पूरी जानकारी 9 अगस्त तक पेश करे. काेर्ट ने यह भी कहा क यह जानकारी उन राजनीतिक दलाें के साथ-साथ एसाेसिएशन फाॅर डेमाेक्रेटिक रिफाॅर्म्स (एडीआर) नामक एनजीओ काे भी दी जाए, जिसने इस मुद्दे पर याचिका दाखिल की है.
 
चुनाव आयाेग ने बिहार में 24 जून काे विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) शुरू किया था.इसके तहत 1 अगस्त काे ड्राफ्ट वाेटर लिस्ट जारी की गई, जिसमें 7.24 कराेड़ मतदाता दिखाए गए. लेकिन इसमें से 65 लाख से अधिक वाेटराें के नाम हटा दिए गए. चुनाव आयाेग का कहना है कि यह लाेग या ताे मर चुके हैं, दूसरी जगह स्थायी रूप से चले गए हैं, या उनके दाे जगहाें पर नाम थे.एसाेसिएशन फाॅर डेमाेक्रेटिक रिफाॅर्म्स ने मांग की है कि 65 लाख हटाए गए नामाें की पूरी सूची प्रकाशित की जाए. हर नाम के साथ यह भी बताया जाए कि उसे क्याें हटाया गया.
 
सुप्रीम काेर्ट में चुनाव आयाेग ने हलफनामा देकर कहा है, हम वाेटर लिस्ट काे साफ करने का काम कर रहे हैं. हमारा मकसद है कि अपात्र लाेग हटें और केवल सही लाेग वाेटर लिस्ट में रहें. इसमें माैत की वजह से करीब 22.34 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं. वहीं स्थायी रूप से दूसरी जगह चले गए करीब 36.28 लाख मतदाताओं के नाम भी मतदाता सूची से हटाए घए हैं.वहीं जिन मतदाताओं के नाम दाे जगहाें पर थे उनकी संख्या करीब 7.01 लाख है. इससे पहले 29 जुलाई काे सुप्रीम काेर्ट ने कहा था कि अगर इस प्रक्रिया में बड़ी संख्या में नाम हटाए गए ताे वह तुरंत हस्तक्षेप करेगा. काेर्ट ने यह भी कहा कि आधार कार्ड और वाेटर आईडी काे गंभीरता से मान्य दस्तावेज माना जाए और इनसे नाम हटाने की बजाय जाेड़ने की प्रक्रिया पर जाेर दिया जाए.