हजाराें वाेटराें का घर नंबर 0 (जीराे) है तथा संबंधित मतदाताओं के पिता के नाम का पता ही नहीं है. महाराष्ट्र में 5 महीने में इतने वाेटर जाेड़े गये, जाे 5 साल में भी संभव नहीं है. बीजेपी ने राज्य में 1 कराेड़ मतदाता बढ़ाकर धाेखे से चुनाव जीत लिया.हमने 6 महीने की मेहनत के बाद फर्जीवाड़े के पुख्ता सबूत जुटाए हैं. सर्वे कुछ कहतेहैं, जनता के मन में कुछ और हाेता है तथा नतीजे चाैंकाने वाले आ जाते हैं. जवाब मांगने पर चुनाव आयाेग ने ऐसी लिस्ट दी जाे पढ़ने लायक नहीं है.यह लाेकतंत्र का मजाक है.राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में 40 लाख वाेट रहस्यमयी तरीके से जाेड़े गए. लाेकसभा चुनाव 2024 और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के बीच इन मतदाताओं काे जाेड़ा गया. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बीते कुछ समय से चुनाव आयाेग की निष्पक्षता काे लेकर लगातार हमलावर हैं.
उन्हाेंने महाराष्ट्र, कर्नाटक और कुछ अन्य जगहाें की मतदाता सूची के आधार पर चाैंकाने वाले दावे किए हैं. मतदाता सूची में जाेड़े गए हजाराें-लाखाें नामाें का उल्लेख करते हुए राहुल ने कहा कि लाेकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन न करते हुए वाेटाें की चाेरी की जा रही है. उन्हाेंने कई आंकड़ाें का हवाला देते हुए चुनाव आयाेग काे कटघरे में खड़ा किया और कहा कि आयाेग की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में है. राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से जुटाए गए सबूताें का जिक्र करते हुए कहा कि वाेटाें की चाेरी भाजपा के लिए की जा रही है.मतदाता सूची के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद ने सवाल किया कि आयाेग इस मुद्दे पर जवाब क्याें नहीं दे रहा है. उन्हाेंने दावा किया कि महाराष्ट्र में चंद महीने में लाखाें मतदाताओं के नाम सूची में जाेड़े गए, जाे काफी चिंताजनक है. राहुल का कहना है कि, शाम पांच बजे के बाद वाेटर टर्नआउट का बढ़ना भी हैरान करने वाला है.
नवंबर 2024 में कराए गए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजाें का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, चुनाव परिणाम की घाेषणा के बाद हमारे संदेह की पुष्टि हुई कि विधानसभा चुनाव में धांधली हुई. मशीन में पढ़ी जा सकने वाली मतदाता सूची नहीं मुहैया कराए जाने से हमें यकीन हाे गया कि चुनाव आयाेग ने महाराष्ट्र में चुनाव में धांधली के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत की है. राहुल गांधी ने कहा, महाराष्ट्र में, 5 महीनाें में 5 साल से ज़्यादा मतदाताओं के जुड़ने से हमारा संदेह बढ़ा और फिर शाम 5 बजे के बाद मतदान ें भारी उछाल आया. लाेकसभा में हमारा गठबंधन पूरी तरह से साफ हाे गया. यह बेहद संदिग्ध है. हमने पाया कि लाेकसभा और विधानसभा के बीच एक कराेड़ नए मतदाता जुड़ गए. हम चुनाव आयाेग गए और यह लेख लिखा और हमारे तर्क का सार यह था कि महाराष्ट्र चुनाव चुराया गया था. समस्या की जड़ क्या है? मतदाता सूची इस देश की संपत्ति है. चुनाव आयाेग हमें मतदाता सूची देने से इन्कार कर रहा है.