लक्ष्मी रोड, 9 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
सोने ने पहली बार 1 लाख 10 हजार का आंकडा पार करते हुए इतिहास रच दिया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी और अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के कमजोर रहने से यह रुझान फिलहाल जारी रह सकता है. कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव की संभावना के चलते निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. डॉलर की तुलना में सोने की मांग बढ़ी है. डॉलर की अहमियत कमजोर होती दिख रही है, जिससे वैेिशक व्यापार युद्धों, भू-राजनीतिक तनावों और अमेरिका के बढ़ते कर्जों के कारण निवेशक सोने में भारी निवेश कर रहे हैं. कई देशों के सेंट्रल बैंक भी भारी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं, जिससे सोने की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं. फिलहाल सोने में यह निवेश का एक आकर्षक केंद्र बन गया है. सोने की कीमतों में मंगलवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला. पुणे के सर्राफा बाजार में मंगलवार (9 सितंबर) को सोने की कीमत 1,09,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंची. अगर इसमें जीएसटी की गणना करें तो ग्राहकों को 10 ग्राम सोना खरीदने के लिए 1,12,800 रुपये देने पड़े. वहीं चांदी के भाव 1,26,000 होने से जीएसटी के साथ 1,30,000 रुपये प्रति किलोग्राम का बिल हुआ.
सोना खरीदना जारी रखना फायदेमंद वैेिशक
अस्थिरता और अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में संभाव्य कटौती की खबरों असर इस समय सोने की कीमतों पर पड़ रहा है. अगर हम पिछले कुछ दिनों के चार्ट पर नजर डालें, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में 200 डॉलर प्रति औंस तक की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा, भारतीय रुपये की विनिमय दर 88 रुपये से ऊपर चली गई है. इन सबका मिला-जुला असर सोने की कीमतों पर पड़ रहा है. मैंने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 5,000 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुंच जाएगी. फिलहाल, सोना उसी दिशा में बढ़ रहा है और अब 3,600 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गया है. मौजूदा हालात को देखते हुए, बाजार में तेजी बनी रहेगी और इसलिए उपभोक्ताओं के लिए धीरे-धीरे सोना खरीदना जारी रखना फायदेमंद है. - संगीता ललवाणी, निदेशक, गोल्ड मार्ट ग्राहक
ग्राहक बुलियन खरीदना अयादा पसंद कर रहे
बाजार में यह भी चर्चा है कि सोने-चांदी की कीमतें अभी और बढ़ेंगी. इसलिए ग्राहकों को हर औसत भाव पर खरीदारी करते रहना चाहिए. मौजूदा कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ग्राहक बुलियन खरीदना अयादा पसंद कर रहे हैं. जिन लोगों ने पिछले साल 70 या 75 हजार रुपये की कीमत पर सोना खरीदा था, वे प्रॉफिट बुकिंग कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग अब पहले खरीदा हुआ सोना देकर नए गहने खरीद रहे हैं. कई लोगों का अनुमान है कि चांदी की कीमत डेढ़ लाख रुपये तक पहुंच जाएगी. इसके अलावा, सोने में भी तेजी आ रही है. इसलिए, कुछ लोगों ने दोनों धातुओं में अपना निवेश बढ़ाना शुरू कर दिया है. -राजेश सोनी, एचपी ज्वेलर्स, लुल्लानगर
निवेशकों का सोने में वेिशास और बढ़ा
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी वैल्यूएशन बढ़ने के लिहाज से अच्छी है. क्योंकि, जिनके पास मौजूद स्टॉक है उसका मूल्य बढ़ गया है. कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद, उपभोक्ताओं की ओर से सोने की अच्छी मांग है. बाजार में ग्राहक हैं और इस समय लाईट वेट ज्वेलरी की मांग अयादा है. कीमतों में बढ़ोतरी के बाद से आम उपभोक्ताओं द्वारा किए गए निवेश को भी फायदा हुआ है. ऐसा लगता है कि सोने में निवेश करने वालों का भविष्य उज्ज्वल है. कीमतों में बढ़ोतरी के कारण निवेशकों का सोने में वेिशास बढ़ने लगा है. - प्रकाश मेहता, भरत ज्वेलर्स, पिंपरी
कीमती धातु सोने ने ऐतिहासिक छलांग लगाई
कई अंतरराष्ट्रीय कारणों का प्रभाव कीमतों में बढ़ोतरी के कारण लोगों का सोने पर भरोसा बढ़ा है. हालांकि, मौजूदा कीमतों में बढ़ोतरी अमेरिका की नीतियों के कारण है. फिलहाल ट्रम्प टैरिफ, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध, दुनिया के कुछ हिस्सों में अस्थिर स्थिति, इन सब कारकों ने मिलकर सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की है. जब तक यह अस्थिरता कम नहीं होती, कीमतों में कमी की कोई संभावना नहीं है. इसलिए, भले ही कीमतें बढ़ी हों, दूसरी ओर लोगों के पास मौजूद सोने का मूल्यांकन बढ़ता ही जा रहा है. इसलिए, लोगों को हर स्तर पर सोने और चांदी की खरीदारी करते रहना चाहिए. गणेशोत्सव के दौरान चांदी की बिक्री भी अच्छी रही है. -फतेचंद रांका, अध्यक्ष, पुणे सर्राफ एसोसिएशन
कई अंतरराष्ट्रीय कारणों का प्रभाव
कीमतों में बढ़ोतरी के कारण लोगों का सोने पर भरोसा बढ़ा है. हालांकि, मौजूदा कीमतों में बढ़ोतरी अमेरिका की नीतियों के कारण है. फिलहाल ट्रम्प टैरिफ, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध, दुनिया के कुछ हिस्सों में अस्थिर स्थिति, इन सब कारकों ने मिलकर सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की है. जब तक यह अस्थिरता कम नहीं होती, कीमतों में कमी की कोई संभावना नहीं है. इसलिए, भले ही कीमतें बढ़ी हों, दूसरी ओर लोगों के पास मौजूद सोने का मूल्यांकन बढ़ता ही जा रहा है. इसलिए, लोगों को हर स्तर पर सोने और चांदी की खरीदारी करते रहना चाहिए. गणेशोत्सव के दौरान चांदी की बिक्री भी अच्छी रही है. -फतेचंद रांका, अध्यक्ष, पुणे सर्राफ एसोसिएशन
आगे भी कीमतों में तेजी की प्रबल संभावना
सोने और चांदी में आगे भी कीमतों में तेजी की प्रबल संभावना है. ऐसी खबरें हैं कि चीन और जापान बड़े पैमाने पर सोना खरीद रहे हैं. इसके अलावा, अमेरिकी फेड की ब्याज दरों में बदलाव होने वाला है. ऐसी कई खबरों और कारकों का सोने की कीमतों में बढ़ोतरी पर असर पड़ा है. भारत में दिवाली का सीजन शुरू हो रहा है. उस समय सोने की मांग बढ़ती है. फिलहाल भी यह मांग जारी है. वर्तमान में पितृ पक्ष के बावजूद, ग्राहक सोना खरीदने के लिए बाजार में दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि मौजूदा कीमत में तेजी है. इसलिए, मुझे लगता है कि इस कीमत पर भी खरीदारी करने में ग्राहकों को फायदा होगा. - दिलबाग सिंह बीर, निदेशक, नीलकंठ ज्वेलर्स
कई खरीदारों द्वारा वेट एंड वॉच की नीति
सोने की कीमतों का 1 लाख रुपये के पार जाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी, और आज यह लगभग 1.11 लाख रुपये के स्तर को छू गई है. इस बढ़ोतरी के बाद, ग्राहकों के व्यवहार पर असर पड़ेगा. हम पहले से ही बड़े पैमाने पर आभूषणों की मांग में कमी देख रहे हैं, कई खरीदार या तो अपनी खरीदारी कम कर रहे हैं या हल्के आभूषणों की ओर रुख कर रहे हैं. कई खरीदारों द्वारा वेट एंड वॉच, की नीति अपनाने के कारण ग्राहकों की संख्या पहले ही कम हो गई है. हालांकि त्यौहारों से खरीदारी को बहुत जशरी बढ़ावा मिलेगा, लेकिन इसका सकारात्मक प्रभाव बिक्री की मात्रा पर पड़ेगा, न कि त्यौहारों के दिनों में बिक्री के मूल्य पर. जहां तक रिटेल ब्रांडों का सवाल है, व्यावसायिक रणनीतियों, इन्वेंट्री और उत्पाद मिश्रण को नए सिरे से परिभाषित करने की पहल जशरी है. सुरेश कृष्णन, उपाध्यक्ष बिक्री, पीएनजी ज्वेलर्स
ये आंकडे देखना भी जरुरी
-मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (चउद) पर दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने का वायदा भाव 458 रुपये बढ़कर 1,10,047 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.
-अमेरिकी बाजार कॉमेक्स में दिसंबर डिलीवरी वाला सोना 3,694.75 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है.
-अमेरिका में बीते करीब 30 सालों में पहली बार वैेिशक केंद्रीय बैंक रिजर्व में सोने की हिस्सेदारी अमेरिकी ट्रेजरी से ज्यादा हो गया है.