कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने महायुति सरकार की आलाेचना की है. सरकार पर गंभीर आराेप लगाते हुए कहा- इस सरकार ने अपने चुनावी घाेषणापत्र में किसानाें काे झूठे सपने दिखाए और किसानाें के साथ विश्वासघात किया. अब तक सरकार ने किसानाें की कर्जमाफी पर काेई अमल नहीं किया है. 8 महीनाें में एक हजार से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके है.कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने आराेप लगाया है कि महायुति सरकार ने कर्ज़माफी के झूठे सपने दिखाकर किसानाें के साथ विश्वासघात किया है और इसी वजह से सिर्फ 8 महीनाें में 1183 किसान आत्महत्या कर चुके हैं. उन्हाेंने बताया कि इनमें पश्चिमी विदर्भ के 707 और छत्रपति संभाजीनगर के 520 किसान शामिल हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, महायुति ने अपने घाेषणापत्र में किसान कर्जमाफी का वादा किया था. लेकिन चुनाव के बाद अभी तक इस पर काेई कार्रवाई नहीं हुई है. नतीजतन, विपक्ष ने इस मामले में सरकार की आलाेचना की है. इसी पृष्ठभूमि में, विजय वडेट्टीवार ने उपराेक्त आराेप लगाया है. उन्हाेंने बुधवार काे अपने एक पाेस्ट में कहा कि महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने किसानाें की जान ले ली है. कर्जमाफी के झूठे सपने दिखाकर धाेखा देने वाली इस महायुति सरकार के कारण 8 महीनाें में 1183 किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
पश्चिमी विदर्भ में 707 और छत्रपति संभाजीनगर में 520 किसानाें ने आत्महत्या की. सत्ता में आने के लिए, इस सरकार ने भाेले-भाले किसान भाइयाें से कर्जमाफी का वादा करके वाेट बटाेरे. लेकिन किसानाें काे कर्जमाफी के लिए एक समिति ही मिली.अब भारी बारिश से किसान तबाह हाे गए हैं. उनके हाथ में जाे फसल थी, वह बर्बाद हाे गई है, बैंक कर्ज नहीं दे रहे हैं. किसान हताश हैं और कठाेर कदम उठा रहे हैं.लेकिन सरकार के पास देने के लिए कुछ नहीं है. यह सरकार गैंडे की खाल बन गई है. किसान मरें, उनके परिवार बर्बाद हाें, इन्हें ज़रा भी शर्म नहीं आती. कृषि विभाग में भी किसानाें के मुद्दाें पर चर्चा किए बिना कर्मचारियाें काे लैपटाॅप देने पर बहस हाे रही है.