‌‘मेडिएशन' से लंबित मुकदमों के निपटारे में मिलेगी मदद

मेडिएशन प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय मेडिएटर डॉ. रेणु राज ने कहा

    13-Sep-2025
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बावधन, 12 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

दिन-प्रतिदिन ‌‘मेडिएशन' का दायरा बढ़ता जा रहा है और कुशल व प्रमाणित मेडिएटर्स की जरूरत भी बढ़ती जा रही है. यदि मेडिएटर्स की संख्या बढ़ेगी, तो न्यायपालिका पर अनावश्यक बोझ कम होगा. पक्षकारों का समय और पैसा बचेगा. साथ ही लंबित मुकदमों का निपटारा तेजी से हो सकेगा, जिससे आने वाले समय में ‌‘मेडिएशन' के क्षेत्र में करियर की बड़ी संभावनाएं बनेंगी, ऐसे विचार लंदन स्थित रैडैंक्स लिमिटेड की संस्थापक, अंतरराष्ट्रीय मेडिएटर और विधि विशेषज्ञ डॉ. रेणु राज ने व्यक्त किए. वह भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय मेडिएशन प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बोल रही थीं. सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन संचालित सूर्यदत्त इंटरनेशनल मेडिएशन सेंटर और लंदन की रैडैंक्स लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम शुरु किया गया है. सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के बंसीरत्न सभागार में हुए इस कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट मध्यस्थ संघटन के अध्यक्ष आर. संथानकृष्णन, संसद के पूर्व संयुक्त सचिव प्रदीप चतुर्वेदी, कार्यक्रम के आयोजक और सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया, उपाध्यक्षा सुषमा चोरडिया, सहयोगी उपाध्यक्ष सिद्धांत चोरडिया, विधि महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या केतकी बापट, डॉ. मोनिका सेहरावत, डॉ. सदानंद राउत समेत अनेक गणमान्य उपस्थित थे. साथ ही सूर्यदत्त के मल्टी-डिसिप्लिनरी कैम्पस की विभिन्न शाखाओं के छात्रों व शिक्षकों ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर ‌‘मेडिएशन' कोर्स की जानकारी ली. डॉ. रेणु राज ने कहा, कोई भी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र से मेडिएशन कर सकता है. इसके लिए सूर्यदत्त के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है. 45 घंटे का यह प्रशिक्षण पूरा करने के बाद रैडैंक्स की ओर से अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र दिया जाएगा. प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, भारतीय युवाओं को वैेिशक स्तर पर मान्यताप्राप्त मेडिएटर बनने का अवसर देने में यह पहल महत्वपूर्ण है. इस अभिनव क्षेत्र में छात्रों, नौकरीपेशा और विशेषज्ञों को प्रमाणित व कुशल मेडिएटर बनाने की दिशा में हम काम करेंगे. आर. संथानकृष्णन ने कहा, पारिवारिक और व्यावसायिक विवादों में तनाव बढ़ाए बिना समाधान खोजने और संबंधों को बनाए रखने में यह प्रणाली बेहद उपयोगी है. प्रदीप चतुर्वेदी ने कहा, कानूनी पेंचों में फंसे लाखों मुकदमों का शीघ्र निपटारा होने के लिए मेडिएशन की राह अपनानी जरूरी है. इसलिए सर्टिफाइड मेडिएटर्स की संख्या बढ़ाना समय की मांग है. प्रो. केतकी बापट ने बताया कि, सूर्यदत्त हमेशा से अभिनव उपक्रमों में अग्रणी रहा है. उभरते क्षेत्रों में ट्रेंड सेटर के रूप में सूर्यदत्त की पहचान है. डॉ. मोनिका सेहरावत ने कहा, सूर्यदत्त ने बीएससी साइबर सिक्योरिटी कोर्स सबसे पहले शुरू किया. इसके साथ ही क्षेत्रवार विशेष कोर्स, सूर्यदत्त ग्लोबल आर्मी, मोबाइल-लैपटॉप हॉलिडे और रीडाथॉन जैसी अभिनव पहल शुरू की गई. रैडैंक्स लिमिटेड से जुड़े मेडिएटर आर. पी. मिश्रा, अजय कुमार लाल, वेिशशांति दूत डॉ. सुधीर तारे ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम का संचालन ग्रीष्म सुराणा, चिन्मय सूल और अल्फिया मुलानी ने किया.